बागेश्वरः क्षेत्र के डंगोली में लगने वाला पौराणिक कोट भ्रामरी मेला डोली उठने के साथ संपन्न हो गया. मेला क्षेत्र में दिन भर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर चलता रहा. इस बार मेले में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां कोट भ्रामरी के दर्शन किये. मेला प्रशासन और जिलाधिकारी ने समय-समय पर मेले में व्यवस्थाओं का जायजा लिया. आपको बता दें कि बागेश्वर जिले के डंगोली का यह मेला गढ़वाल और कुमाऊं की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है.
यहां हर साल मेले के दिन चमोली, रूद्रप्रयाग, बागेश्वर, और अल्मोड़ा से हजारों श्रद्धालु आते हैं. गढ़वाल और कुमाऊं के लोग मां कोट भ्रामरी को अपनी इष्ट देवी के तौर पर पूजते हैं.
यह भी पढ़ेंः महिला ने पति पर लगाया तीन तलाक देने का आरोप, पुलिस ने मामला दर्ज किया
बताया जाता है कि करीब 20 साल पहले तक यहां दर्जनों की संख्या में भैंसों और सैकड़ों की संख्या में बकरों की बलि दी जाती थी. सरकार की बलि प्रथा पर रोक के बाद अब यहां श्रद्धालु केवल नारियल और फल-फूल से मां की पूजा अर्चना करते हैं.