बागेश्वर: कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के चलते इस बार नवरात्र का पहला दिन कुछ खास नहीं रहा. कोरोना वायरस के संकट के बीच बागेश्वर के अधिकतर मंदिर और शक्तिपीठ में सन्नाटा पसरा रहा और सिर्फ पुजारी ही मंदिर में पूजा करने नजर आएं. पूजन के दौरान पुरोहितों ने मां भगवती से कोरोना वायरस के खात्मे की कामना की.
लोगों ने घरों में ही पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुखद स्वास्थ्य की कामना की. इस दौरान पंचाग में दिए गए वार्षिक फलों की जानकारी लोगों को फोन, व्हाट्एसप, फेसबुक के माध्मय से दी गई. इस बार बागेश्वर में आरएसएस द्वारा पंथ संचलन भी नहीं किया जा रहा है और ना ही विद्या भारती के स्कूलों द्वारा प्रभातफेरी निकाली गई.
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चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से हिंदू वर्ष का शुभारंभ होता है और इस दिन से चैत्र नवरात्र की शुरुआत होती है. एसपी रचिता जुयाल के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान सुबह 7 से 10 बजे तक लोग अपने घरों से निकल कर जरूरत का सामान खरीद सकते हैं, लेकिन बिना वजह किसी को घूमने की इजाजत नहीं दी जाएगी.