ETV Bharat / state

बागेश्वर: होम आइसोलेशन किट से ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर गायब, कपकोट CHC में 11 पद खाली

बागेश्वर में होम आइसोलेशन किट में ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और बायो मेडिकल वेस्ट थैला नहीं दिया जा रहा है. किट में सिर्फ मास्क, दवाइयों और निर्देशिका पुस्तिका ही दी जा रहीं हैं. तो वहीं, कपकोट सीएचसी में विशेषज्ञ डॉक्टरों, तकनीशियनों और स्टाफ 11 पद खाली हैं.

Bageshwar Home Isolation Kit
author img

By

Published : May 22, 2021, 8:20 PM IST

बागेश्वर: कोरोना संक्रमित होने पर होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से किट प्रदान की जा रही है. कहने को किट में दवाइयों और ऑक्सीमीटर सहित 9 सामग्रियों का विवरण दिया गया है लेकिन मरीज तक केवल दवाइयां और मास्क ही पहुंच पा रहे हैं. किट में मरीज के कूड़ा रखने का थैला (बायो मेडिकल वेस्ट बैग) तक नहीं दिया गया है, जिसके कारण मरीज कूड़े को जलाकर निस्तारित करने को मजबूर हैं.

बता दें, शनिवार को 993 संक्रमित मामले थे, जिनमें से 932 मरीज होम आइसोलेशन में रखे गए हैं. सभी को मरीजों को विभाग की ओर से आइसोलेशन किट दी गई है. लिफाफे में किट में दर्ज विवरण के अनुसार किट में तीन लेयर वाला मास्क, थर्मामीटर, हैंड सेनिटाइजर, पल्स ऑक्सीटमीटर, बायो मे‌डिकल वेस्ट का थैला, आइवरमेक्टिन और विटामिन की दवा, होम आइसोलशन निर्देशिका और कोविड उपरांत देखभाल की पुस्तिका ‌मौजूद है, लेकिन किट में फेस मास्क, दवाइयों और निर्देशिका पुस्तिका के अलावा अन्य सामग्री नहीं दी जा रही है. किट में पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, बायो मेडिकल वेस्ट थैला, यहां तक कि सैनिटाइजर भी मरीजों को नहीं मिल रहा है, जिसके कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

इस पर सीएमओ डॉ. बीडी जोशी ने बताया कि जिले में अधिक संख्या में संक्रमित आ रहे हैं, जिसे देखते हुए उनकी जांच की जिम्मेदारी आशा वर्करों को दी गई है. आइसोलेशन किट में दर्ज पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर भी गांव की आशा कार्यकर्ताओं को देकर उन्हें रोजाना मरीजों का तापमान और ऑक्सीजन स्तर जांच कर रिपोर्ट भेजने की जिम्मेदारी दी गई है.

पढ़ें- 24 घंटे में 2903 नए केस मिले, 8164 स्वस्थ हुए, 64 ने तोड़ा दम

सुविधाओं के लिए तरसता कपको सीएचसी

कोरोना काल में जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं में कुछ सुधार देखने को मिला है, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अब भी कई समस्याएं हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट में विशेषज्ञ डॉक्टरों, तकनीशियनों और स्टाफ के 11 महत्वपूर्ण पद रिक्त चल रहे हैं. अल्ट्रासाउंड भी सप्ताह में केवल एक बार मंगलवार को किया जाता है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र की करीब एक लाख की आबादी का अस्पताल है. हालांकि, सुविधाएं नहीं होने से मरीजों को जिला अस्पताल रेफर करना पड़ता है.

क्षेत्र के लोग लंबे समय से अस्पताल को सुविधा संपन्न बनाने की मांग कर रहे हैं. इसके बाद भी समस्याएं जस की तस हैं, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

कपकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश रावत ने बताया कि अस्पताल में रिक्त पदों को भरने के लिए विभाग और शासन को लगातार पत्राचार किया जा रहा है. कोरोना के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर जांच कर रही है. टीकाकरण का काम भी तेजी से चल रहा है. डिग्री कॉलेज में प्रस्तावित कोविड केयर सेंटर का संचालन भी जल्द शुरू हो जाएगा.

बागेश्वर: कोरोना संक्रमित होने पर होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से किट प्रदान की जा रही है. कहने को किट में दवाइयों और ऑक्सीमीटर सहित 9 सामग्रियों का विवरण दिया गया है लेकिन मरीज तक केवल दवाइयां और मास्क ही पहुंच पा रहे हैं. किट में मरीज के कूड़ा रखने का थैला (बायो मेडिकल वेस्ट बैग) तक नहीं दिया गया है, जिसके कारण मरीज कूड़े को जलाकर निस्तारित करने को मजबूर हैं.

बता दें, शनिवार को 993 संक्रमित मामले थे, जिनमें से 932 मरीज होम आइसोलेशन में रखे गए हैं. सभी को मरीजों को विभाग की ओर से आइसोलेशन किट दी गई है. लिफाफे में किट में दर्ज विवरण के अनुसार किट में तीन लेयर वाला मास्क, थर्मामीटर, हैंड सेनिटाइजर, पल्स ऑक्सीटमीटर, बायो मे‌डिकल वेस्ट का थैला, आइवरमेक्टिन और विटामिन की दवा, होम आइसोलशन निर्देशिका और कोविड उपरांत देखभाल की पुस्तिका ‌मौजूद है, लेकिन किट में फेस मास्क, दवाइयों और निर्देशिका पुस्तिका के अलावा अन्य सामग्री नहीं दी जा रही है. किट में पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, बायो मेडिकल वेस्ट थैला, यहां तक कि सैनिटाइजर भी मरीजों को नहीं मिल रहा है, जिसके कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

इस पर सीएमओ डॉ. बीडी जोशी ने बताया कि जिले में अधिक संख्या में संक्रमित आ रहे हैं, जिसे देखते हुए उनकी जांच की जिम्मेदारी आशा वर्करों को दी गई है. आइसोलेशन किट में दर्ज पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर भी गांव की आशा कार्यकर्ताओं को देकर उन्हें रोजाना मरीजों का तापमान और ऑक्सीजन स्तर जांच कर रिपोर्ट भेजने की जिम्मेदारी दी गई है.

पढ़ें- 24 घंटे में 2903 नए केस मिले, 8164 स्वस्थ हुए, 64 ने तोड़ा दम

सुविधाओं के लिए तरसता कपको सीएचसी

कोरोना काल में जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं में कुछ सुधार देखने को मिला है, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अब भी कई समस्याएं हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट में विशेषज्ञ डॉक्टरों, तकनीशियनों और स्टाफ के 11 महत्वपूर्ण पद रिक्त चल रहे हैं. अल्ट्रासाउंड भी सप्ताह में केवल एक बार मंगलवार को किया जाता है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र की करीब एक लाख की आबादी का अस्पताल है. हालांकि, सुविधाएं नहीं होने से मरीजों को जिला अस्पताल रेफर करना पड़ता है.

क्षेत्र के लोग लंबे समय से अस्पताल को सुविधा संपन्न बनाने की मांग कर रहे हैं. इसके बाद भी समस्याएं जस की तस हैं, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

कपकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश रावत ने बताया कि अस्पताल में रिक्त पदों को भरने के लिए विभाग और शासन को लगातार पत्राचार किया जा रहा है. कोरोना के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर जांच कर रही है. टीकाकरण का काम भी तेजी से चल रहा है. डिग्री कॉलेज में प्रस्तावित कोविड केयर सेंटर का संचालन भी जल्द शुरू हो जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.