बागेश्वर: पिछले दो तीन दिनों से पूरे प्रदेश में हो रही बारिश आफत बन गई है. प्रदेश की सभी नदियां उफान पर है. वहीं, बागेश्वर में लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में आफत कम होने का नाम नहीं ले रही है. पहाड़ से मलबा और बोल्डर आने से जनपद में एक राज्यमार्ग और 21 ग्रामीण सड़कों पर आवागमन पूरी तरह बंद है.
वहीं, खराब मौसम से संचार सुविधाओं बदहाल होने और सड़कें बंद होने से तहसील और जिला मुख्यालय से ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क पूरी तरह कट गया है. वहीं, संबंधित विभाग सड़कों को खोलने में जुटे हुए हैं, लेकिन बारिश से काम प्रभावित हो रहा है. भारी बारिश की वजह से कई मकान भी ध्वस्त हो गए हैं.
भारी बारिश से जिले की ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है. बालीघाट-धरमघर, काफलीगैर-खौलसीर, दुदिला-अमोली, अमसरकोट-सातरवे, कमेड़ीदेवी-भैसूड़ी, कपकोट-तोली-बघर, कपकोट-कर्मी, तोली, धरमघर-माजखेत, बागेश्वर-दफौट, कपकोट-पिडारी ग्लेशियर, कपकोट-शामा-तेजम सहित कुल 22 मोटर मार्गों पर यातायात पूरी तरह से बंद हैं.
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इनमें 1 राज्य मार्ग और 21 ग्रामीण मोटर भी मार्ग शामिल हैं. सड़कों पर बोल्डर आने और भूस्खलन होने के कारण काम भी प्रभावित हो रहा है. वहीं नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. सरयू, गोमती खतरे के निशान तक पहुंच गई हैं, जिससे पेयजल का संकट पैदा हो गया है. कई जगह पेड़ गिरने से भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि सड़कों को खोलने का काम लगातार चल रहा है, लेकिन बारिश होने के कारण सड़को को खोलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार कल भी बारिश के आसार हैं. कई जगहों पर मकान गिरने की जानकारियां भी आ रही हैं. लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण लोगों को नदियों से दूर रहने की अपील की जा रही है.
नदी का नाम | जलस्तर में वृद्धि |
सरयू | 866.60 मीटर |
गोमती | 862.90 मीटर |
क्षेत्र का नाम | बारिश का रिकॉर्ड |
बागेश्वर | 35.00 एमएम |
गरुड़ | 47.00 एमएम |
कपकोट | 40.00 एमएम |