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नशे के खिलाफ 29 दिसंबर को किया जाएगा महासम्मेलन का आयोजन, गंभीर मुद्दों पर किया जाएगा मंथन

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Published : Dec 4, 2019, 5:13 AM IST

समाजसेवी डीके जोशी ने बताया कि मौजूदा हालातों में जनसमस्याओं पर खुले मंच से विचार विमर्श किया जाना जरूरी हो गया है. उन्होंने बताया कि सरकार जनहित की बजाय स्वहित पर अधिक ध्यान दे रही है.जिसके कारण आज जनता को जागरुक करना जरुरी हो गया है.

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29 दिसंबर को किया जाएगा महासम्मेलन का आयोजन

बागेश्वर: जिले की गरूड़ तहसील से नशे के खिलाफ अभियान की शुरुआत होने जा रही है. इसके लिए 29 दिसंबर को एक महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें लोगों को जागरुक करने के लिए तमाम तरह के विषयों पर चर्चा की जाएगी. इस महासम्मेलन में प्रदेश में होने वाले पलायन, बेरोजगारी, जैसे मुद्दों पर भी मंथन किया जाएगा.

29 दिसंबर को किया जाएगा महासम्मेलन का आयोजन


महासम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से वरिष्ठ अधिवक्ताओं, बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया गया है. महासम्मेलन में विधायकों, सांसदों सहित तमाम जनप्रतिनिधियों से भी आने का अनुरोध किया गया है. महासम्मेलन के संयोजक समाजसेवी डीके जोशी ने बताया कि मौजूदा हालातों में जनसमस्याओं पर खुले मंच से विचार विमर्श किया जाना जरूरी हो गया है. उन्होंने बताया कि सरकार जनहित की बजाय स्वहित पर अधिक ध्यान दे रही है.

पढ़ें-राजधानी में 100 से ज्यादा सिटी बसों के परमिट होंगे रद्द, ये है वजह
जोशी ने कहा कि विकास कार्यों को लेकर विपक्ष का रवैया पर भी संतोषजनक नहीं है. ऐसे में जनता के बीच जनहित के मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ रहे लोगों को आगे आना ही होगा.

बागेश्वर: जिले की गरूड़ तहसील से नशे के खिलाफ अभियान की शुरुआत होने जा रही है. इसके लिए 29 दिसंबर को एक महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें लोगों को जागरुक करने के लिए तमाम तरह के विषयों पर चर्चा की जाएगी. इस महासम्मेलन में प्रदेश में होने वाले पलायन, बेरोजगारी, जैसे मुद्दों पर भी मंथन किया जाएगा.

29 दिसंबर को किया जाएगा महासम्मेलन का आयोजन


महासम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से वरिष्ठ अधिवक्ताओं, बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया गया है. महासम्मेलन में विधायकों, सांसदों सहित तमाम जनप्रतिनिधियों से भी आने का अनुरोध किया गया है. महासम्मेलन के संयोजक समाजसेवी डीके जोशी ने बताया कि मौजूदा हालातों में जनसमस्याओं पर खुले मंच से विचार विमर्श किया जाना जरूरी हो गया है. उन्होंने बताया कि सरकार जनहित की बजाय स्वहित पर अधिक ध्यान दे रही है.

पढ़ें-राजधानी में 100 से ज्यादा सिटी बसों के परमिट होंगे रद्द, ये है वजह
जोशी ने कहा कि विकास कार्यों को लेकर विपक्ष का रवैया पर भी संतोषजनक नहीं है. ऐसे में जनता के बीच जनहित के मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ रहे लोगों को आगे आना ही होगा.

Intro:बागेश्वर।

एंकर- बागेश्वर के गरूड़ तहसील से जनजागरण अभियान की शुरूआत महासम्मेलन से की जायेगी। अभियान में प्राधिकरण के खिलाफ लोगों में आक्रोश, पहाड़ में बढ़ता नशा, रोजगार और वन नीति पर मंथन होगा।

वीओ 1- आगामी 29 दिसंबर को बागेश्वर जिले के गरूड़ तहसील में महासम्मेलन आयोजित होगा। सम्मेलन में पर्वतीय क्षेत्रों में नशे से हो रही मौत, प्राधिकरण से लोगों में हो रही परेशानी, रोजगार और पलायन जैसे मुद्दों पर मंथन होगा। प्रदेश स्तरीय इस महासम्मेलन में इन क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों से राय ली जायेगी। महासम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से वरिष्ठ अधिवक्ताओं, बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया गया है। महासम्मेलन में विधायकों, सांसदों सहित तमाम जनप्रतिनिधियों से भी आने का अनुरोध किया गया है। महासम्मेलन के संयोजक समाजसेवी डीके जोशी ने बताया कि मौजूदा हालातों में जनसमस्याओं पर खुले मंच से विचार विमर्श किया जाना जरूरी हो गया है। उन्होंने बताया कि सरकार जनहित की बजाय स्वहित पर अधिक ध्यान दे रही है। विकास कार्यों को लेकर विपक्ष का रवैया पर भी संतोषजनक नहीं है ऐसे में जनता के बीच जनहित के मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ रहे लोगों को आगे आना ही होगा।
बाईट-1- डीके जोशी, संयोजक, महासम्मेलन।Body:वीओ 1- आगामी 29 दिसंबर को बागेश्वर जिले के गरूड़ तहसील में महासम्मेलन आयोजित होगा। सम्मेलन में पर्वतीय क्षेत्रों में नशे से हो रही मौत, प्राधिकरण से लोगों में हो रही परेशानी, रोजगार और पलायन जैसे मुद्दों पर मंथन होगा। प्रदेश स्तरीय इस महासम्मेलन में इन क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों से राय ली जायेगी। महासम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से वरिष्ठ अधिवक्ताओं, बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया गया है। महासम्मेलन में विधायकों, सांसदों सहित तमाम जनप्रतिनिधियों से भी आने का अनुरोध किया गया है। महासम्मेलन के संयोजक समाजसेवी डीके जोशी ने बताया कि मौजूदा हालातों में जनसमस्याओं पर खुले मंच से विचार विमर्श किया जाना जरूरी हो गया है। उन्होंने बताया कि सरकार जनहित की बजाय स्वहित पर अधिक ध्यान दे रही है। विकास कार्यों को लेकर विपक्ष का रवैया पर भी संतोषजनक नहीं है ऐसे में जनता के बीच जनहित के मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ रहे लोगों को आगे आना ही होगा।
बाईट-1- डीके जोशी, संयोजक, महासम्मेलन।Conclusion:
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