बागेश्वर/रानीखेतः बाबा बागनाथ की नगरी बागेश्वर आज मां दुर्गा के भक्ति में डूबा नजर आया. पूरा शहर 'जय माता दी' के जयकारों से गूंजता रहा. सरयू नदी में ब्रह्मकपाली शिला के पास मां दुर्गा समेत अन्य देवी की मूर्तियों का विसर्जन किया गया. इस दौरान हजारों भक्तों ने अगले बरस फिर आने का वादा लेकर मां दुर्गा को नम आंखों से विदा किया.
शारदीय नवरात्रि 2023 में बागेश्वर के नुमाइश खेत मैदान में देवी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया था. नौ दिनों तक दुर्गा पंडालों में भक्तों ने मां दुर्गा के दर्शन किए. रोजाना सायं काल में भजन और कीर्तन का आयोजन हुआ. अष्टमी पर्व को दुर्गा पूजा कमेटी ने भव्य दीपदान का आयोजन कराया. इसी दिन नगर पूजा कमेटी ने भंडारे का आयोजन कर भक्तों को चने, पूरी और हलवे का प्रसाद बांटा.
वहीं, नवमी को दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से भंडारा कराया गया. आज विजयादशमी की सुबह दोनों पंडालों में पूजा अर्चना की गई. यजमानों ने हवन यज्ञ किया. जिसके बाद मां दुर्गा समेत भगवान गणेश, कार्तिकेय, लक्ष्मी और सरस्वती माता की मूर्तियों की शोभायात्रा निकाली गई. वहीं, मां दुर्गा समेत अन्य मूर्तियों को ब्रह्मकपाली शिला के पास विसर्जन किया गया.
रानीखेत में मां दुर्गा की निकली भव्य शोभायात्राः रानीखेत में शारदीय नवरात्रि की धूम रही. नौ दिन तक मां दुर्गा की पूजा, अनुष्ठान और आरती के बाद दशमी के दिन भव्य शोभायात्रा निकाली गई. मां दुर्गा पूजा महोत्सव समिति गांधी चौक के तत्वावधान में यह शोभायात्रा निकाली गई. इससे पहले पूजा पंडाल में महाआरती की गई. शोभायात्रा शिव मंदिर मार्ग, जरूरी बाजार, रोडवेज स्टेशन, सदर बाजार होकर गांधी चौक पहुंची. जहां रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. शोभायात्रा के दौरान छोलिया नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा.