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बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर गिरा पहाड़ी का हिस्सा, यातायात फिर हुआ बाधित - तेज बारिश न्यूज

उत्तराखंड में बारिश लगातार मुसीबत पैदा कर रही है. बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर तड़के सुबह पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर आ गया. जिसके चलते यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया.

यातायात बाधित
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Published : Oct 2, 2019, 3:06 PM IST

बागेश्वर: उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बारिश के कारण बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर तड़के सुबह पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर आ गया. जिसके चलते यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया. वहीं स्कूली बच्चे, शिक्षक और ग्रामीण फंसे हुए हैं. हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

बता दें कि बारिश के कारण बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर मुख्यालय से करीब 3 किमी की दूरी पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर आ गया. जिसके कारण सड़क मार्ग पर आवाजाही रुक गई. बागेश्वर-गिरेछिना रोड पर पिछले चार दिनों से वाहनों की आवाजाही पहाड़ी दरकने के चलते बंद थी. वहीं लोग जान जोखिम में डालकर संकरे मार्ग से हो कर आवाजाही कर रहे हैं. साथ ही सड़क पर बड़ी- बड़ी दरारें भी पड़ गयी हैं.

बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर गिरा पहाड़ी का हिस्सा

पढ़ें:150 पुराना है अल्मोड़ा की रामलीला का इतिहास, मुस्लिमों के सहयोग से बनाया जाता है रावत का पुतला

बागेश्वर-गिरेछिना सड़क के बंद होने से अमसरकोट, जोलकाण्डे, बोरगांव, फ्लयांटी, धारी, डोबा, चौहान, गाड़ियां, लेटी, चामी-क्वेराली, सात और रातबे आदि गांवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गया है.

पढ़ें:लेफ्टिनेंट जनरल एमसी भंडारी से सांसद अजय टम्टा ने की मुलाकात

लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने से इस स्थान पर पहाड़ी दरक रही थी, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया.

बागेश्वर: उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बारिश के कारण बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर तड़के सुबह पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर आ गया. जिसके चलते यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया. वहीं स्कूली बच्चे, शिक्षक और ग्रामीण फंसे हुए हैं. हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

बता दें कि बारिश के कारण बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर मुख्यालय से करीब 3 किमी की दूरी पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर आ गया. जिसके कारण सड़क मार्ग पर आवाजाही रुक गई. बागेश्वर-गिरेछिना रोड पर पिछले चार दिनों से वाहनों की आवाजाही पहाड़ी दरकने के चलते बंद थी. वहीं लोग जान जोखिम में डालकर संकरे मार्ग से हो कर आवाजाही कर रहे हैं. साथ ही सड़क पर बड़ी- बड़ी दरारें भी पड़ गयी हैं.

बागेश्वर-गिरेछिना मार्ग पर गिरा पहाड़ी का हिस्सा

पढ़ें:150 पुराना है अल्मोड़ा की रामलीला का इतिहास, मुस्लिमों के सहयोग से बनाया जाता है रावत का पुतला

बागेश्वर-गिरेछिना सड़क के बंद होने से अमसरकोट, जोलकाण्डे, बोरगांव, फ्लयांटी, धारी, डोबा, चौहान, गाड़ियां, लेटी, चामी-क्वेराली, सात और रातबे आदि गांवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गया है.

पढ़ें:लेफ्टिनेंट जनरल एमसी भंडारी से सांसद अजय टम्टा ने की मुलाकात

लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने से इस स्थान पर पहाड़ी दरक रही थी, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया.

Intro:बागेश्वर।

एंकर- मानसूनी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रही। बीती रात हुई भारी बारिश के चलते बागेश्वर-गिरेछिना सड़क पर आज सुबह मुख्यालय से करीब 3 किमी की दूरी पर पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर आ गया। जिससे सड़क पर आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गयी है। जिसके चलते स्कूली बच्चे, शिक्षक व ग्रामीण फंसे हुए हैं।

वीओ- बागेश्वर-गिरेछिना रोड़ पर पिछले चार दिनों से वाहनों की आवाजाही पहाड़ी दरकने के चलते बंद थी। हालाकिं लोग जान जोखिम में डाल कर संकरे मार्ग से हो कर आवाजाही कर रहे थे। बीती रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पहाड़ी का बड़ा हिस्सा सड़क पर आ गया । जिससे यह सड़क अब पूरी तरह से बंद हो गयी है। साथ ही सड़क पर बड़ी- बड़ी दरारें पड़ गयी हैं। जिससे इस सड़क का एक बड़ा हिस्सा कभी भी भूस्खलन की चपेट में आ सकता है। बागेश्वर- गिरेछिना सड़क के बंद होने से अमसरकोट, जोलकाण्डे, बोरगावँ, फ्लयाँटी, धारी, डोबा, चौहान, गाड़िया, लेटी, चामी-क्वेराली, सात, रातबे आदि गांवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। वहीं सड़क बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के दोनों तरफ वाहन फंसे हुए हैं। वहीं सरकारी कर्मचारी भी सुबह से वहीं फंसे हुए हैं। लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने पहले से इस स्थान पर पहाड़ी दरक रही थी वहीं सड़क में भी धंसाव हो रहा था लेकिन पीडब्लूडी विभाग और जिला प्रशासन ने इस ओर कोई दया नहीं दिया। विभागीय लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था।

बाईट 01- महिला कर्मचारी।
बाईट 02- सोमपाल सिंह, शिक्षक।Body:वीओ- बागेश्वर-गिरेछिना रोड़ पर पिछले चार दिनों से वाहनों की आवाजाही पहाड़ी दरकने के चलते बंद थी। हालाकिं लोग जान जोखिम में डाल कर संकरे मार्ग से हो कर आवाजाही कर रहे थे। बीती रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पहाड़ी का बड़ा हिस्सा सड़क पर आ गया । जिससे यह सड़क अब पूरी तरह से बंद हो गयी है। साथ ही सड़क पर बड़ी- बड़ी दरारें पड़ गयी हैं। जिससे इस सड़क का एक बड़ा हिस्सा कभी भी भूस्खलन की चपेट में आ सकता है। बागेश्वर- गिरेछिना सड़क के बंद होने से अमसरकोट, जोलकाण्डे, बोरगावँ, फ्लयाँटी, धारी, डोबा, चौहान, गाड़िया, लेटी, चामी-क्वेराली, सात, रातबे आदि गांवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। वहीं सड़क बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के दोनों तरफ वाहन फंसे हुए हैं। वहीं सरकारी कर्मचारी भी सुबह से वहीं फंसे हुए हैं। लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने पहले से इस स्थान पर पहाड़ी दरक रही थी वहीं सड़क में भी धंसाव हो रहा था लेकिन पीडब्लूडी विभाग और जिला प्रशासन ने इस ओर कोई दया नहीं दिया। विभागीय लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था।

बाईट 01- महिला कर्मचारी।
बाईट 02- सोमपाल सिंह, शिक्षक।Conclusion:
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