बागेश्वर: बिलोना बस स्टैंड पर सभी ग्राम प्रधानों का बुधवार को टीकाकरण किया जाना था. लेकिन जब 40 से 50 ग्राम प्रधान वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे तो उन्हें पता चलता है कि कमी के चलते केवल 10 ग्राम प्रधानों को ही वैक्सीन लगाई जाएगी. जिससे गुस्साए सभी ग्राम प्रधानों ने आक्रोश जताया.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में कोरोना के कारण राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम हुए ठप
ग्राम प्रधानों का कहना है कि पंचायती राज सचिव द्वारा जिला अधिकारी को आदेश दिया गया था कि सभी ग्राम प्रधानों का प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाये. जिसके बाद सभी ग्राम प्रधानों को सूचना दी गई थी कि 26 तारीख को उनका वैक्सीनेशन किया जाएगा. सूचना के आधार पर सभी ग्राम प्रधान बिलोना बस स्टैंड पर बने वाक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीनेशन लगाने के लिए पहुंचे. लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि वैक्सीन की कमी के कारण 10 लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाएगी. जिसके बाद सभा ग्राम प्रधान आक्रोशित हो गये.
ग्राम प्रधानों का कहना है कि प्रशासन द्वारा उन्हें ठगा गया है. वो सुबह 8 बजे से वैक्सीनेशन का इंतजार कर रहे थे. उनका कहना है कि वैक्सीन की कमी थी तो उन्हें पहले बता देना चाहिए था.
18 से 44 वर्ष वालों के टीके समाप्त
जिले में टीकाकरण की रफ्तार फिर से सुस्त हो गई है. 18 से 44 वर्ष वालों के टीके समाप्त हो गए हैं. फिलहाल नई खेप आने की भी कोई संभावना नहीं दिख रही है. बुधवार केवल तीन केंद्रों में टीकाकरण हुआ, जिसके बाद आज से टीकाकरण का काम प्रभावित होने की संभावना लग रही है.
गौर हो कि जिले में 18 से 44 वर्ष के लोगों को टीका लगने की शुरूआत 10 मई से हुई थी. पहले दिन बिलौना बस अड्डे, ब्लॉक कार्यालय और कपकोट में तीन केंद्र बनाए गए थे. बाद में टीके की उपलब्धता बढ़ने के बाद गरुड़, कांडा, सौंग, विकास भवन ऑडिटोरियम, रवाईखाल आदि स्थानों सहित कुल नौ टीकाकरण केंद्रों की स्थापना की गई. हालांकि पिछले तीन दिनों से टीके कम होने के बाद सेशन साइट भी कम की जाने लगी थी. मंगलवार को तीन केंद्रों में टीकाकरण कराया गया था. वहीं बुधवार को भी बिलौना बस अड्डे, कपकोट आदर्श प्राथमिक विद्यालय और सौंग में टीकाकरण कराया जाएगा. टीकाकरण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद जंगपांगी ने बताया कि जिले में 18 से 44 वर्ष वाले 14,791 लोगों को कोरोना टीके की पहली डोज लग चुकी है.