ETV Bharat / state

कारोबारी के साथ मारपीट का मामला: SI समेत चार पुलिसकर्मी सस्पेंड, मजिस्ट्रेट जांच के आदेश - बागेश्वर न्यूज

15 सितंबर को हुई इस घटना के बाद लगातार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे थे. पहले दिन तो मामले को दबाने की कोशिश की गई थी.

कारोबारी के साथ मारपीट का मामला
author img

By

Published : Sep 21, 2019, 11:17 PM IST

Updated : Sep 21, 2019, 11:42 PM IST

बागेश्वर: युवा कारोबारी के घर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में एसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. वहीं इस मामले में बागेश्वर जिला अधिकारी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए है. हालांकि पहले से ही इस मामले की जांच सीओ द्वारा की जा रही है. लेकिन सीओ की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही जिलाधिकारी ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए.

मजिस्ट्रेट जांच की भनक लगते ही पुलिस अधीक्षक ने आरोपित एसआई सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. मजिस्ट्रेट जांच का जिम्मेदारी पिथौरागढ़ जिले के संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवाल दी गई है. उन्हें 15 दिन के अंदर जांच जिला प्रशासन को सौंपनी होगी.

पढ़ें- शराब कांड: दून अस्पताल ने मरीज को भर्ती करने से किया मना, दे रहा यह तर्क

15 सितंबर को हुई इस घटना के बाद लगातार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे थे. पहले दिन तो मामले को दबाने की कोशिश की गई थी. लेकिन बाद में दबाव बढ़ने के साथ ही जैसे ही जिलाधिकारी ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए. तुरंत पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने एसआई अकरम अहमद, आरक्षी नरेंद्र गोस्वामी, आरक्षी रमेश गाड़िया व आरक्षी चालक महेन्द्र सिंह जीना को निलंबित कर दिया.

कारोबारी के साथ मारपीट का मामला

पढ़ें- जहरीली शराब कांडः पुलिस के हत्थे चढ़ा एक और आरोपी, ठेके से खरीदने के बाद करता था बिक्री

जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने बताया कि कई संगठनों ने उनसे निष्पक्ष जांच की मांग की थी. कुमाऊं आयुक्त की अनुमति के बाद मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं.

बागेश्वर: युवा कारोबारी के घर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में एसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. वहीं इस मामले में बागेश्वर जिला अधिकारी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए है. हालांकि पहले से ही इस मामले की जांच सीओ द्वारा की जा रही है. लेकिन सीओ की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही जिलाधिकारी ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए.

मजिस्ट्रेट जांच की भनक लगते ही पुलिस अधीक्षक ने आरोपित एसआई सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. मजिस्ट्रेट जांच का जिम्मेदारी पिथौरागढ़ जिले के संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवाल दी गई है. उन्हें 15 दिन के अंदर जांच जिला प्रशासन को सौंपनी होगी.

पढ़ें- शराब कांड: दून अस्पताल ने मरीज को भर्ती करने से किया मना, दे रहा यह तर्क

15 सितंबर को हुई इस घटना के बाद लगातार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे थे. पहले दिन तो मामले को दबाने की कोशिश की गई थी. लेकिन बाद में दबाव बढ़ने के साथ ही जैसे ही जिलाधिकारी ने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए. तुरंत पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने एसआई अकरम अहमद, आरक्षी नरेंद्र गोस्वामी, आरक्षी रमेश गाड़िया व आरक्षी चालक महेन्द्र सिंह जीना को निलंबित कर दिया.

कारोबारी के साथ मारपीट का मामला

पढ़ें- जहरीली शराब कांडः पुलिस के हत्थे चढ़ा एक और आरोपी, ठेके से खरीदने के बाद करता था बिक्री

जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने बताया कि कई संगठनों ने उनसे निष्पक्ष जांच की मांग की थी. कुमाऊं आयुक्त की अनुमति के बाद मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं.

Intro:बागेश्वर।

एंकर- बागेश्वर में पुलिस द्वारा युवा कारोबारी के घर में जबरन घुसकर मारपीट मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की जायेगी। मामले में एक एसआई सहित तीन काॅस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।

वीओ- बागेश्वर में युवा कारोबारी के साथ जबरन घर में घुसकर मारपीट मामले में नया मोड़ आ गया है। सीओ की जांच आने से पहले ही डीएम ने मजिस्टेटी जांच के आदेश कर दिये हैं। मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश की भनक लगते ही पुलिस अधीक्षक ने आरोपित एसआई सहित तीन अन्य सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया। मजिस्ट्रेटी जांच का जिम्मा पिथौरागढ़ जिले के संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवाल को सौंपा गया है। उन्हें 15 दिन के अंदर जांच जिला प्रशासन को सौंपनी होगी। आपको बता दें कि 15 सितंबर को हुई इस घटना के बाद लगातार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे थे। पहले मामले को एक दिन तक दबाये रखा। बाद में भी पुलिस के आला अधिकारी महकमे की शाख बचाने के लिये आरोपित पुलिस कर्मियों का ही पक्ष लेते रहे। दबाव बढ़ने पर मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश के एक घंटा पहले मामले में आरोपित एसआई अकरम अहमद, आरक्षी नरेन्द्र गोस्वामी, आरक्षी रमेश गाड़िया व आरक्षी चालक महेन्द्र सिंह जीना को एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी द्वारा निलंबित कर दिया गया।जिलाधिकारी ने बताया कि निष्पक्ष जांच के लिये कई संगठनों द्वारा मांग की गयी थी। कुमाऊँ आयुक्त द्वारा मजिस्ट्रेटी जांच की अनुमति के बाद उन्हेांने आदेश जारी कर दिये हैं। आपको बता दें कि दो सप्ताह पूर्व पुलिसकर्मी और खनन सौदेबाजी का आॅडियो से भी पुलिस की जमकर फजीहत हो रही है।
बाइट-1- रंजना राजगुरू, डीएम।
बाईट- 2- राजेश पांडेय, पीड़ित।Body:वीओ- बागेश्वर में युवा कारोबारी के साथ जबरन घर में घुसकर मारपीट मामले में नया मोड़ आ गया है। सीओ की जांच आने से पहले ही डीएम ने मजिस्टेटी जांच के आदेश कर दिये हैं। मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश की भनक लगते ही पुलिस अधीक्षक ने आरोपित एसआई सहित तीन अन्य सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया। मजिस्ट्रेटी जांच का जिम्मा पिथौरागढ़ जिले के संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवाल को सौंपा गया है। उन्हें 15 दिन के अंदर जांच जिला प्रशासन को सौंपनी होगी। आपको बता दें कि 15 सितंबर को हुई इस घटना के बाद लगातार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे थे। पहले मामले को एक दिन तक दबाये रखा। बाद में भी पुलिस के आला अधिकारी महकमे की शाख बचाने के लिये आरोपित पुलिस कर्मियों का ही पक्ष लेते रहे। दबाव बढ़ने पर मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश के एक घंटा पहले मामले में आरोपित एसआई अकरम अहमद, आरक्षी नरेन्द्र गोस्वामी, आरक्षी रमेश गाड़िया व आरक्षी चालक महेन्द्र सिंह जीना को एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी द्वारा निलंबित कर दिया गया।जिलाधिकारी ने बताया कि निष्पक्ष जांच के लिये कई संगठनों द्वारा मांग की गयी थी। कुमाऊँ आयुक्त द्वारा मजिस्ट्रेटी जांच की अनुमति के बाद उन्हेांने आदेश जारी कर दिये हैं। आपको बता दें कि दो सप्ताह पूर्व पुलिसकर्मी और खनन सौदेबाजी का आॅडियो से भी पुलिस की जमकर फजीहत हो रही है।
बाइट-1- रंजना राजगुरू, डीएम।
बाईट- 2- राजेश पांडेय, पीड़ित।Conclusion:
Last Updated : Sep 21, 2019, 11:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.