खटीमा: बागेश्वर उपचुनाव में 56.88 प्रतिशत मतदान हुआ. सभी 188 पोलिंग पार्टियां देर रात तक जिला मुख्यालय वापस पहुंची. प्रेक्षक, जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराधा पाल, सहायक निर्वाचन अधिकारी सी एस इमलाल, रिटर्निंग ऑफिसर हरगिरी ने सभी राजनीतिक दलों की मौजूदगी में सुबह करीब तीन बजे ईवीएम और वीवीपैट को डबल लॉक रूम में रखा. 188 पोलिंग बूथों की सभी ईवीएम और वीवीपैड को त्रिस्तरीय सुरक्षा के भीतर रखा गया है.
बागेश्वर उपचुनाव के लिए मतगणना आठ सितंबर को होनी है. तब तक सभी प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विधानसभा के 65 अनुसूचित बाहुल्य बूथ और 123 सामान्य बाहुल्य बूथ जीत का फैसला कर सकते हैं. इस उप चुनाव में जहां मेहनरबुंगा पोलिंग बूथ में सर्वाधिक 74.52% मतदान रहा. वहीं, जैन करास में सबसे कम 36.01% मतदान हुआ. पांच सितंबर को शांतिपूर्वक मतदान होने के बाद सभी पांच प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया है.
188 पोलिंग बूथों की ईवीएम को त्रिस्तरीय सुरक्षा के भीतर रखा गया है. पहले सुरक्षा घेरे में अर्द्धसैनिक बल के जवान, दूसरे घेरे में आर्म्ड पुलिस और तीसरा घेरा रेगुलर पुलिस का है. सीसीटीवी कैमरों से भी स्ट्रांग रूम और पूरे परिसर पर पैनी नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही वहां मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी की गई है. सीसीटीवी कंट्रोल रूम से चौबीस घंटे सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है. जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराधा पाल ने बताया अब मशीनें आठ सितम्बर को मतगणना के लिए निकाला जाएगा. उन्होंने बताया मतगणना 14 राउंड में होगी. जिसके बाद उपचुनाव का फैसला होगा.