बागेश्वर: क्षेत्र में आगामी मॉनसून की तैयारी को लेकर जिलाधिकारी विनीत कुमार ने आपदा प्रबंधन समेत अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में उन्होंने कहा कि कोविड के साथ-साथ मॉनसून भी एक चुनौती है. इसलिए आपदा मानकर ही इसकी तैयारी की जाए. जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों में रिलीव सेंटर चयनित करने के साथ ही हेलिपैड की लोकेशन भी अपडेट करने के निर्देश दिए. साथ ही आपदा के वक्त रिस्पांस टाइम कम से कम करने के सख्त निर्देश दिए हैं.
आपदा की दृष्टि से बागेश्वर जिला संवेदनशील है. आगामी मॉनसून को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मॉनसून के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो और तहसील स्तर पर उपलब्ध आस्का लाइट, पैलीगन लाइट, सर्च और हेड लाइट सहित आपदा के जरूरी उपकरण, संसाधन का परीक्षण कर लिया जाए. बैठक में बताया गया कि वर्तमान में जिले में 9 सेटेलाइट फोन मौजूद हैं. जिनमें से 5 कपकोट तहसील को आवंटित किए गए हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों का फोन किसी भी सूरत में स्विच ऑफ नहीं होना चाहिए. उन्होंने 15 जून से पहले लोक निर्माण विभाग को कलमठ की सफाई करवाने के निर्देश दिए. ताकि क्षति कम से कम हो या न हो.
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बैठक में जिलाधिकारी ने तहसील स्तर के अधिकारी, ग्राम प्रधान और वन विभाग को खतरनाक या बरसात में संभावित गिरने वाले पेड़ों की जानकारी 15 जून से पहले देने के निर्देश दिए. ताकि उस पर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा सकें. बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में 45 स्कूलों के भवन संवेदनशील हैं. जिन्हें सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है. उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आपातकालीन समय में विभिन्न प्रकार के उपकरणों के अलावा जीवन रक्षक औषधियों की उपलब्धता एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए.