बागेश्वर: जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर अनियमितता का आरोप लगाया है. इसे लेकर जिला पंचायत सदस्यों ने परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. सदस्यों ने जिला पंचायत के विवेकाधीन कोष पर भी कई सवाल खड़े किए हैं. जिला पंचायत सदस्यों का कहना है कि उनका अनिश्चितकालीन धरना उनकी मांग पूरी होने तक जारी रहेगा.
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी का कहना है कि अबकी बार जिला पंचायत रिमोट से संचालित की जा रही है. बिना सोचे समझे ताबड़तोड़ फैसले लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि सदस्यों का विरोध सदन से सड़क पर उतर आया है. पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि कई योजनाएं ऐसी हैं जो आज तक धरातल पर नहीं उतरी हैं, लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष अपने समर्थकों को बिना काम के भुगतान किए जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि पिंडर पुल से डोला तक सड़क का निर्माण कराया गया, जो कि चलने के जरा भी लायक तक नहीं है. लेकिन सड़क निर्माण के लिए 3 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत कर दी गई. वहीं, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार का कहना है कि सदन में 20 प्रतिशत विवेकाधीनकोष की बात हुई थी. फिर 30 प्रतिशत से अधिक कर दिया गया है. साथ ही 5 प्रतिशत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में व्यय किया जा रहा है.
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परिहार का आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष बजट का 55 प्रतिशत सीधे-सीधे अपने पास रख रहे हैं, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिला पंचायत की अनियमितताओं की गहनता से जांच होनी चाहिए. साथ ही सभी जिला पंचायत सदस्यों को समान रूप से सम्मान मिलना चाहिए.