बागेश्वर: जिले में नियमों को ताक पर रखकर क्लीनिक और पैथोलाॅजी लैब का संचालन करने वालों पर जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है. बीती रात जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इसके लिए छापेमारी अभियान चलाया. जिसमें शहर के प्रतिष्ठित कृष्णा क्लीनिक सहित बागनाथ पैथोलाॅजी लैब को सील किया गया है. जिला प्रशासन की इस औचक कार्रवाई से पैथोलॉजी लैब संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है.
लंबे समय से जिला प्रशासन को शिकायत मिल रही थी कि शहर में कई क्लीनिक और पैथोलाॅजी लैब मानकों को ताक पर रखकर काम कर रहे हैं. कई संचालकों पर आरोप था कि उनके द्वारा मेडिकल वेस्ट को नगर पालिका के कूड़ेदान और नदी के आसपास फेंका जा रहा है. जिससे नदी का जल प्रदूषित होने के साथ ही बीमारियों का भी खतरा बढ़ रहा है. जिसे देखते हुये डीएम ने उपजिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका के अधिकारियों की एक टीम गठित की.
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टीम ने जुलाई में छापेमारी के दौरान 15 क्लीनिक संचालकों और पैथोलाॅजी लैब को नोटिस जारी किया था. इसके साथ ही उन्हें तीन महीने का समय दिया था. बावजूद इसके कुछ क्लीनिक और पैथोलाॅजी लैब संचालकों ने जरूरी मानक पूरे नहीं किये. जिसके बाद टीम ने बीती रात को शहर में छापेमारी अभियान चलाया. जिसमें शहर के प्रतिष्ठित कृष्णा क्लीनिक की एक्सरे मशीन को सील कर दिया गया. लापरवाही और वेस्ट को खुले में फेंकने और बिना अनुमति पैथोलाॅजी लैब संचालित करने पर बागनाथ पैथोलाॅजी लैब को पूरी तरह सील कर दिया गया.