बागेश्वर: देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही अब कोरोना ने प्रदेश में भी दस्तक दे दी है. देहरादून और नैनीताल जिला प्रशासन कोविड के फैलाव को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने लगा है, लेकिन बागेश्वर में प्रशासन बेखबर नजर आ रहा है. जिले में आरटीपीसीआर जांच बंद है. पुलिस/प्रशासन बाजारों और सार्वजनिक स्थानों में मास्क और सामाजिक दूरी (Bageshwar covid Guidelines) का पालन करवाने की जहमत तक नहीं उठा रहा.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड हेल्थ बुलेटिन भी जारी नहीं किया जा रहा है. पिछले वर्षों तक कोरोना के कहर ने जिले को भी प्रभावित किया था. महामारी में जिले के 56 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. हालांकि टीकाकरण के बाद मौत के आंकड़ों में काफी कमी आई, लेकिन टीका लगाने के बाद भी संक्रमण नहीं रुका. विशेषज्ञ भी टीकाकरण के बाद संक्रमण होने की संभावना बार-बार जताते रहे हैं. बावजूद इसके जिले में सजगता और सतर्कता को लेकर गंभीरता से कार्य नहीं किया जा रहा है.
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आरटीपीसीआर जांच बंद होने को विभाग बजट की कमी से जोड़ रहा है. वहीं उपनल कर्मचारियों को हटाने से भी असर पड़ने की बात कही जा रही है. मास्क और सामाजिक दूरी के पालन के लिए पुलिस-प्रशासन को शासन की गाइडलाइन का इंतजार है. ऐसे में किस तरह से कोविड की संभावित चौथी लहर को फैलने से रोका जाएगा, इसका जबाव किसी के पास नहीं है. वहीं प्रभारी सीएमओ (Bageshwar incharge CMO) हरीश पोखरिया ने बताया कि सभी साइटों में जांच शुरू की जाएगी और सभी से कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील की.