बागेश्वर: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने एक दिवसीय बागेश्वर पर पहुंचे. सीएम का वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. बागेश्वर में मुख्यमंत्री ने कोविड केयर सेंटर और जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों का हालचाल जाना.
तीरथ सिं रावत मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बागेश्वर दौर पर पहुंचे. सूरजकुंड में बने हेलीपैड पर पहुंचते ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. विधायक और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ भेंट किया. मुख्यमंत्री सबसे पहले सूरजकुंड स्थित महाविद्यालय में बने कोविड केयर सेंटर गए. उन्होंने कोविड केयर सेंटर में बेडों की व्यवस्था और जरूरी उपकरणों की जानकारी ली. इसके बाद मुख्यमंत्री ने ट्रामा सेंटर का जायजा लिया. सुरक्षा कारणों से मुख्यमंत्री कोविड सेंटर कक्ष तक नहीं गये, लेकिन मुख्यमंत्री ने फोन पर सेंटर में भर्ती मरीजों से बात की.
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मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि व्यवस्थाओं को जानने और समझने का सबसे अच्छा तरीका यही होता है की सीधे जनता से बात की जाए. उन्होंने कहा कि भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य सुविधाओं पर संतुष्टि जताई गई. मुख्यमंत्री ने जिला अस्पताल मे बने कोविड सेंटर मे पीपीई किट पहनकर मरीजों से उनका हालचाल जाना. साथ ही बच्चों के लिए बने 5 बेड के कोविड वार्ड का भी निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर चिकित्सकों और अस्पताल के अन्य स्टाफ से भी बात की. उन्होंने कहा कि एक समय में जिलों में भी मुश्किल से ऑक्सीजन प्लांट होता था, लेकिन अब जिले में यह चीजों पर्याप्त मात्रा में हैं. अब सरकार ब्लॉक स्तर पर प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द 18 साल से नीचे के आयु वर्ग के लोगों की भी वैक्सीनेशन शुरू कर दी जाएगी.
मुख्यमंत्री के दौरे पर सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
बागेश्वर में 23 मई को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का पहला दौरा था. मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए भाजपा कार्यकर्ता डिग्री कॉलेज के मैदान पर इस तरह से उमड़ पड़े कि कोरोना की गाइडलाइन को ही भूल बैठें. मुख्यमंत्री को अपना चेहरा दिखाने की होड़ में कार्यकर्ता एक-दूसरे से चिपकर सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई. इस दौरान एसडीएम समेत कई अधिकारी कार्यकर्ताओं को सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए कहते रहे. लेकिन उनकी बातों पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया.