बागेश्वर/चंपावत: बागेश्वर जनपद की कपकोट विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश गढ़िया ने आज मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. सुरेश गड़िया भगत कोश्यारी के खास माने जाते हैं. सुरेश गड़िया को टिकट देने पर कपकोट के पूर्व विधायक शेर सिंह गड़िया ने विरोध कर दिया था. हालांकि, प्रदेश नेतृत्व के मनाने पर शेर सिंह गड़िया मान गए.
डैमेज कंट्रोल के बाद कपकोट से सुरेश गड़िया का नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. इस मौके पर वर्तमान कपकोट भाजपा विधायक बलवन्त भौर्याल भी मौजूद रहे. सुरेश गड़िया के नामांकन के दौरान सभी भाजपा नेता मौजूद रहे.
नामांकन के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए सुरेश ने कहा कि कही किसी की कोई नाराजगी नहीं है, सब साथ हैं. मोदी की नीतियों को आगे बढ़ाते हुए वह गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के मुद्दे के साथ चुनाव में उतरे हैं.
कपकोट विधानसभा से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी भूपेश उपाध्याय ने भी नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. इस मौके पर भूपेश उपाध्याय ने कहा कि वह रोजगार, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं.
बता दें, भूपेश उपाध्याय विजय बहुगुणा सरकार में दर्जा धारी राज्यमंत्री भी रह चुके हैं. इससे पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर भूपेश ने बसपा का दामन थाम लिया था और चुनाव लड़ा लेकिन करीब साढ़े 6 हजार वोट ही हासिल कर पाए. इस बार उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है.
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उधर, चंपावत विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी कैलाश गहतोड़ी ने भी आज अपना नामाकंन दाखिल कर दिया है. नामांकन के बाद गहतोड़ी ने कहा है कि चंपावत भारत का स्विट्जरलैंड है और सरकार आने पर उनके द्वारा पूर्व में प्रस्तावित कई बड़ी योजनाएं हैं, जो मूर्त रूप लेंगी.
इसके साथ ही चंपावत विधानसभा से ही आम आदमी पार्टी से मदन सिंह महर ने भी नामांकन कराया है और जीत का दावा किया है. महन सिंह साल 2017 में बसपा से प्रत्याशी रहे है. इस बार आम आदमी पार्टी से अपना नामांकन कराया है और जीत का दावा किया है.