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बागेश्वर: ऑडियो वायरल मामले में SP ने की कार्रवाई, सिपाही निलंबित - action in audio viral case

ऑडियो मामले में सिपाही की भूमिका संदिग्ध थी. जिसे देखते हुए उसके निलंबन का आदेश जारी किये गये हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस पर इस तरह के आरोप लगना दुर्भाग्यपूर्ण है.

ऑडियो वायरल मामले में SP ने की कार्रवाई.
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Published : Sep 8, 2019, 11:13 PM IST

बागेश्वर: शनिवार को सोशल मीडिया पर कोतवाली में तैनात एक सिपाही का ऑडियो तेजी से वायरल हो गया. इस वायरल ऑडियो में पुलिस और खनन माफिया के गठजोड़ की बात सामने आ रही है. ऑडियो के वायरल होने के बाद एसपी ने मामले में सख्त रवैया अख्तिायार कर लिया है. एसपी ने कोतवाली में तैनात सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही एसपी ने सीओ को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.

वायरल ऑडियो

पढ़ें-नैनीताल: मटन में मिर्च बनी हत्या का कारण, गांव में पसरा मातम

वायरल हो रहे ऑडियो के बारे में बताया जा रहा है कि पुलिस का एक सिपाही अवैध खनन करने वालों की रिश्वत लेकर मदद कर रहा है. ये सिपाही रेता व बजरी को शहर से बाहर ले जाने के एवज में रिश्वत लेता है. वायरल ऑडियो के साथ एक मैसेज भी है जिसमें पुलिस के सिपाही विरेंद्र गैड़ा का नाम लिखा हुआ है. इस मैसेज में कहा गया है कि विरेंद्र गैड़ा और उसके साथियों ने जिले में आतंक मचा रखा है.

पढ़ें-महिला ने वीडियो जारी कर IAS अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप, न्याय की लगाई गुहार

शनिवार को सोशल मीडिया पर ये आडियो तेजी से वायरल हुआ. जिसके बाद ये मामला एसपी तक पहुंच गया है. एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सिपाही पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है. साथ ही एसपी ने मामले की जांच के लिए सीओ महेश चंद्र जोशी को निर्देशित किया है. एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा कि ऑडियो मामले में सिपाही की भूमिका संदिग्ध थी. जिसे देखते हुए उसके निलंबन का आदेश जारी किये गये हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस पर इस तरह के आरोप लगना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक सिपाही सस्पेंड रहेगा. साथ ही जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बागेश्वर: शनिवार को सोशल मीडिया पर कोतवाली में तैनात एक सिपाही का ऑडियो तेजी से वायरल हो गया. इस वायरल ऑडियो में पुलिस और खनन माफिया के गठजोड़ की बात सामने आ रही है. ऑडियो के वायरल होने के बाद एसपी ने मामले में सख्त रवैया अख्तिायार कर लिया है. एसपी ने कोतवाली में तैनात सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही एसपी ने सीओ को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.

वायरल ऑडियो

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वायरल हो रहे ऑडियो के बारे में बताया जा रहा है कि पुलिस का एक सिपाही अवैध खनन करने वालों की रिश्वत लेकर मदद कर रहा है. ये सिपाही रेता व बजरी को शहर से बाहर ले जाने के एवज में रिश्वत लेता है. वायरल ऑडियो के साथ एक मैसेज भी है जिसमें पुलिस के सिपाही विरेंद्र गैड़ा का नाम लिखा हुआ है. इस मैसेज में कहा गया है कि विरेंद्र गैड़ा और उसके साथियों ने जिले में आतंक मचा रखा है.

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शनिवार को सोशल मीडिया पर ये आडियो तेजी से वायरल हुआ. जिसके बाद ये मामला एसपी तक पहुंच गया है. एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सिपाही पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है. साथ ही एसपी ने मामले की जांच के लिए सीओ महेश चंद्र जोशी को निर्देशित किया है. एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा कि ऑडियो मामले में सिपाही की भूमिका संदिग्ध थी. जिसे देखते हुए उसके निलंबन का आदेश जारी किये गये हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस पर इस तरह के आरोप लगना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक सिपाही सस्पेंड रहेगा. साथ ही जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:एंकर- कोतवाली में तैनात सिपाही के वायरल आॅडियो मामेले में एसपी ने सख्त रवैया अख्तिायार कर लिया है। उन्होंने कोतवाली में तैनात सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामले की जांच सीओ को करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जांच होने तक सिपाही सस्पेंड रहेगा।

वीओ- नगर में शनिवार को एक आॅडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हुआ। वायरल ऑडियो में पुलिस और खनन माफिया के गठजोड़ की बात सामने आ रही है। वायरल आॅडियो के बारे में बताया गया कि पुलिस का एक सिपाही अवैध खनन करने वालों की रिश्वत लेकर मदद करता है। वह रेता व बजरी को नगर से बाहर ले जाने के एवज में रिश्वत लेता है। वायरल आॅडियो के साथ एक मैसेज भी था। जिसमें पुलिस के सिपाही विरेंद्र गैड़ा का नाम लिखा हुआ था। उसमें लिखे शब्दों के अनुसार विरेंद्र गैड़ा और उसके साथियों ने जिले में आतंक मचा रखे होने की बात कही गयी है। बताया गया है कि जनाब पहले काम करने को कहते हैं। फिर पीछे से गाड़ी को पकड़ लेते हैं। दिनभर में यह आॅडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया। पूरे नगर में इस बात की चर्चा होने लगी। कुछ लोगों का कहना था कि फलां सिपाही सालों से यहां टिका है। जिसका नजीता दिखने लगा है। बात एसपी तक पहुंची। उन्होंने इसको गंभीरता से लेते हुए आज सिपाही को निलंबित कर दिया। मामले की जांच सीओ महेश चंद्र जोशी को करने के निर्देश दे दिए गए हैं। एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा कि आॅडियो मामले में सिपाही की भूमिका संदिग्ध थी। जिसे देखते हुए उसके निलंबन का आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर इस तरह के आरोप लगना दुर्भाग्यपूर्ण है। जांच होने तक वह सस्पेंड ही रहेंगे। जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।Body:वीओ- नगर में शनिवार को एक आॅडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हुआ। वायरल ऑडियो में पुलिस और खनन माफिया के गठजोड़ की बात सामने आ रही है। वायरल आॅडियो के बारे में बताया गया कि पुलिस का एक सिपाही अवैध खनन करने वालों की रिश्वत लेकर मदद करता है। वह रेता व बजरी को नगर से बाहर ले जाने के एवज में रिश्वत लेता है। वायरल आॅडियो के साथ एक मैसेज भी था। जिसमें पुलिस के सिपाही विरेंद्र गैड़ा का नाम लिखा हुआ था। उसमें लिखे शब्दों के अनुसार विरेंद्र गैड़ा और उसके साथियों ने जिले में आतंक मचा रखे होने की बात कही गयी है। बताया गया है कि जनाब पहले काम करने को कहते हैं। फिर पीछे से गाड़ी को पकड़ लेते हैं। दिनभर में यह आॅडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया। पूरे नगर में इस बात की चर्चा होने लगी। कुछ लोगों का कहना था कि फलां सिपाही सालों से यहां टिका है। जिसका नजीता दिखने लगा है। बात एसपी तक पहुंची। उन्होंने इसको गंभीरता से लेते हुए आज सिपाही को निलंबित कर दिया। मामले की जांच सीओ महेश चंद्र जोशी को करने के निर्देश दे दिए गए हैं। एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा कि आॅडियो मामले में सिपाही की भूमिका संदिग्ध थी। जिसे देखते हुए उसके निलंबन का आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर इस तरह के आरोप लगना दुर्भाग्यपूर्ण है। जांच होने तक वह सस्पेंड ही रहेंगे। जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।Conclusion:
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