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वैदिक रीति-रिवाज के साथ अमेरिकी नागरिक का अंतिम संस्कार, डायरी में लिख गये थे आखिरी इच्छा

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Published : Aug 29, 2020, 6:08 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 8:15 AM IST

कौसानी में एक अमेरिकी मूल के नागरिक का अंतिम संस्कार हिंदू रिति रिवाज के साथ किया गया. बताया जा रहा है कि मृतक ने अपनी अंतिम इच्छा डायरी में लिखी थी कि उनका अंतिम संस्कार हिंदू संस्कृति के अनुसार हो.

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वैदिक रीति-रिवाज के साथ अमेरिकी नागरिक का अंतिम संस्कार

बागेश्वर: कौसानी के एक आश्रम में लंबे समय से रह रहे अमेरिकी नागरिक रॉबर्ट कॉक्स का उनकी इच्छा के अनुरूप हिंदू-रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया. कुमाऊं के काशी नाम से विख्यात बागेश्वर सरयू-गोमती संगम तट पर उनकी अंत्येष्टि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई. चिता को मुखाग्नि आश्रम के महाराज आशुतोष ने दी. इसके बाद उन्होंने शवदाह स्थल पर ही शांति पाठ किया. इस दौरान आश्रम के अनुयायी मौजूद रहे और मंत्रोच्चारण करते रहे.

बता दें कि अमेरिकी मूल के रॉबर्ट कॉक्स 5 साल पहले घूमने के लिए कौसानी आये थे. उन्हें यहां की सुंदरता ने ऐसा मोहा कि वह यहीं रह गए. वह लंबे समय से अनामय आश्रम में रह रहे थे. एक साल से वह कैंसर से पीड़ित थे. 26 अगस्त को कौसानी के अनामय आश्रम में उनका निधन हो गया था. जिसके बाद गुरुवार 27 अगस्त को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार बागेश्वर के सरयू ओर गोमती के संगम तट पर पूरे विधि विधान के साथ किया गया. इससे पूर्व आश्रम के सदस्यों ने जिला प्रशासन से अंतिम संस्कार की अनुमति भी ली थी. जिला प्रशासन ने अमरीकी दूतावास को भी इसकी सूचना दे दी है.

वैदिक रीति-रिवाज के साथ अमेरिकी नागरिक का अंतिम संस्कार

पढ़ें- 'प्रधान' का कारनामा: पति को दिलवाया ठेका, शपथ-पत्र में रिश्ते से इनकार

रॉबर्ट इकॉक्स ने अपना अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से करने की बात कही थी. इस बात को वह डायरी में लिखकर भी गए थे. रॉबर्ट ने आश्रम में ही अंतिम सांस ली. आश्रम ने उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया. आश्रम से उनकी शवयात्रा भी निकाली गई. इसके बाद आश्रम के अनुयायी शव लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे, यहां सरयू संगम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. आश्रम के महाराज ने चिता को मुखाग्नि दी. शव जलने तक उन्होंने शवदाह स्थल पर शांतिपाठ किया गया.

पढ़ें-रुद्रपुर: संपत्ति के लिए बेटी और दामाद ने पूरे परिवार का किया खात्मा, 3 गिरफ्तार

इससे पहले भी कई विदेशी पर्यटक उत्तराखंड की वादियों में घूमने के लिए आये हैं और यहां की प्राकृतिक और सांस्कृतिक सुंदरता के इतने कायल हुए कि उन्होंने जीवन भर यहीं रहने का मन बना लिया. रॉबर्ट इकॉक्स भी उन्हीं में से एक थे.

बागेश्वर: कौसानी के एक आश्रम में लंबे समय से रह रहे अमेरिकी नागरिक रॉबर्ट कॉक्स का उनकी इच्छा के अनुरूप हिंदू-रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया. कुमाऊं के काशी नाम से विख्यात बागेश्वर सरयू-गोमती संगम तट पर उनकी अंत्येष्टि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई. चिता को मुखाग्नि आश्रम के महाराज आशुतोष ने दी. इसके बाद उन्होंने शवदाह स्थल पर ही शांति पाठ किया. इस दौरान आश्रम के अनुयायी मौजूद रहे और मंत्रोच्चारण करते रहे.

बता दें कि अमेरिकी मूल के रॉबर्ट कॉक्स 5 साल पहले घूमने के लिए कौसानी आये थे. उन्हें यहां की सुंदरता ने ऐसा मोहा कि वह यहीं रह गए. वह लंबे समय से अनामय आश्रम में रह रहे थे. एक साल से वह कैंसर से पीड़ित थे. 26 अगस्त को कौसानी के अनामय आश्रम में उनका निधन हो गया था. जिसके बाद गुरुवार 27 अगस्त को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार बागेश्वर के सरयू ओर गोमती के संगम तट पर पूरे विधि विधान के साथ किया गया. इससे पूर्व आश्रम के सदस्यों ने जिला प्रशासन से अंतिम संस्कार की अनुमति भी ली थी. जिला प्रशासन ने अमरीकी दूतावास को भी इसकी सूचना दे दी है.

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रॉबर्ट इकॉक्स ने अपना अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से करने की बात कही थी. इस बात को वह डायरी में लिखकर भी गए थे. रॉबर्ट ने आश्रम में ही अंतिम सांस ली. आश्रम ने उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया. आश्रम से उनकी शवयात्रा भी निकाली गई. इसके बाद आश्रम के अनुयायी शव लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे, यहां सरयू संगम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. आश्रम के महाराज ने चिता को मुखाग्नि दी. शव जलने तक उन्होंने शवदाह स्थल पर शांतिपाठ किया गया.

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इससे पहले भी कई विदेशी पर्यटक उत्तराखंड की वादियों में घूमने के लिए आये हैं और यहां की प्राकृतिक और सांस्कृतिक सुंदरता के इतने कायल हुए कि उन्होंने जीवन भर यहीं रहने का मन बना लिया. रॉबर्ट इकॉक्स भी उन्हीं में से एक थे.

Last Updated : Sep 17, 2020, 8:15 AM IST
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