सोमेश्वर: जंगली जानवरों के आतंक से सोमेश्वर क्षेत्र के किसान परेशान हैं. जंगली जानवर रातों में आकर फसल को चौपट कर रहे हैं. जिसके कारण किसानों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. ताकुला ब्लॉक के दर्जनों गांवों में जंगली सूअरों ने किसानों की धान, मंडवा, गडेरी, पिनालू और हल्दी की खेती चौपट कर दी है.
पहाड़ में पिछले कई सालों से जंगली जानवर किसानों की गाढ़ी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं. उपजाऊ खेतों में तैयार फसल को जंगली जानवरों के बर्बाद करने से किसान अब मायूस से होने लगे हैं. कुछ ऐसा ही हाल ताकुला ब्लॉक के दर्जनों गांवों का भी है, जहां के किसान जंगली सूअरों के आतंक से परेशान हैं. जंगली सूअर आये दिन खेतों में आकर खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद करके चले जाते हैं और किसान देखते रह जाते हैं.
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जंगली सूअरों ने किसानों की धान, मंडवा, गडेरी, पिनालू और हल्दी की खेती चौपट कर दी है. दो महीने पहले ही जंगली सूअरों ने गडेरी आदि के बीजों पर धावा बोलकर नष्ट कर दिया था. किसानों का कहना है कि जमीन के नीचे की फसलों को रात में खोदकर जंगली सूअर बर्बाद कर रहे हैं, जबकि दलहनी फसलों और सब्जियों को दिन में बन्दर चट कर जाते हैं.
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सोमेश्वर के छानी गांव की प्रगतिशील महिला काश्तकारों का कहना है कि बीती रात सूअरों ने उनके खेत में बोई गई धान की फसल को खोदकर नष्ट कर दिया.उन्होंने कहा कि आलू, धान, गेहूं, गडेरी, पिनालू और हल्दी उत्पादन में अग्रणी सोमेश्वर, ताकुला, बसौली घाटी का किसान जंगली जानवरों के आतंक के चलते खेती से विमुख होने लगे हैं. किसानों ने प्रशासन से फसलों के नुकसान के एवज में मुआवजे की मांग की है.