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कोसी नदी पर बनी पुलिया में बिछा पाइप का जंजाल, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

कोसी नदी के ऊपर बनी पुलिया पर पाइप लाइन लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है. इसके चलते ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत को आंदोलन की चेतावनी दी है.

water pipe
पुलिया बनी जंजाल.
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Published : Jan 15, 2020, 11:23 PM IST

सोमेश्वर: पिनाथेश्वर महादेव और मठ को जोड़ने वाली कोसी नदी के ऊपर बने पुलिया में रेलिंग नहीं है. वहीं, इंजीनियरों ने इस पुलिया के फर्श पर ऐसे पाइप बिछा दिए हैं, जो लोगों के लिए सुरक्षित कम और नुकसानदायक ज्यादा साबित हो रहे हैं. ऐसे में आए दिन ग्रामीण इन पाइप के चलते चोटिल हो रहे हैं. वहीं, ग्रामीणों ने इस पुलिया पर शीघ्र रेलिंग न लगाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

पुलिया बनी जंजाल.

कोसी नदी के ऊपर रौल्याणा मठ में जिला पंचायत अल्मोड़ा द्वारा निर्मित पुलिया हादसों को निमंत्रण दे रही है. सालों से इस पुल के दोनों ओर कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं. इस कारण स्कूली बच्चे और ग्रामीणों के अलावा पर्यटकों को जान जोखिम में डालकर इस पुलिया से आवाजाही करनी पड़ रही है. आश्चर्य की बात ये है कि पुलिया में सुरक्षा हेतु रेलिंग की पाइप तो गायब हैं, लेकिन जल संस्थान ने पुलिया के फर्श में पेयजल की पाइपलाइन बिछाकर राहगीरों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है.

ये भी पढ़ें: कृषि उत्पादन मंडी समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों की लिस्ट जारी, इनको मिली जिम्मेदारी

बता दें कि पिनाथेश्वर महादेव मठ, जूनियर हाईस्कूल कांटली, रौल्याणा और कफाड़ी के लिए आवाजाही पुलिया से होती है. लेकिन, पुलिया के दोनों तरफ की रेलिंग नहीं होने से कई बार ग्रामीण और स्कूली बच्चों को चोटें भी आ चुकी हैं. बारिश के समय ग्रामीण डर के कारण इस पुलिया पर आवाजाही बन्द कर देते हैं.

पिनाथेश्वर महादेव मंदिर मठ संचालन समिति के सचिव कैलाश चन्द्र जोशी ने बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य अधिकारी और तहसील दिवस में अनेक बार पुलिया में सुरक्षा के लिए रेलिंग लगाने की मांग की. लेकिन, आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके विपरीत जल संस्थान ने पुलिया के रास्ते और फर्श में पेयजल की पाइप लाइन ऐसे बिछा दी, जिसके कारण कई लोग और उनके मवेशी चोटिल हो चुके हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि शीघ्र रेलिंग और सुरक्षा कार्य नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन करने को विवश होंगे.

सोमेश्वर: पिनाथेश्वर महादेव और मठ को जोड़ने वाली कोसी नदी के ऊपर बने पुलिया में रेलिंग नहीं है. वहीं, इंजीनियरों ने इस पुलिया के फर्श पर ऐसे पाइप बिछा दिए हैं, जो लोगों के लिए सुरक्षित कम और नुकसानदायक ज्यादा साबित हो रहे हैं. ऐसे में आए दिन ग्रामीण इन पाइप के चलते चोटिल हो रहे हैं. वहीं, ग्रामीणों ने इस पुलिया पर शीघ्र रेलिंग न लगाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

पुलिया बनी जंजाल.

कोसी नदी के ऊपर रौल्याणा मठ में जिला पंचायत अल्मोड़ा द्वारा निर्मित पुलिया हादसों को निमंत्रण दे रही है. सालों से इस पुल के दोनों ओर कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं. इस कारण स्कूली बच्चे और ग्रामीणों के अलावा पर्यटकों को जान जोखिम में डालकर इस पुलिया से आवाजाही करनी पड़ रही है. आश्चर्य की बात ये है कि पुलिया में सुरक्षा हेतु रेलिंग की पाइप तो गायब हैं, लेकिन जल संस्थान ने पुलिया के फर्श में पेयजल की पाइपलाइन बिछाकर राहगीरों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है.

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बता दें कि पिनाथेश्वर महादेव मठ, जूनियर हाईस्कूल कांटली, रौल्याणा और कफाड़ी के लिए आवाजाही पुलिया से होती है. लेकिन, पुलिया के दोनों तरफ की रेलिंग नहीं होने से कई बार ग्रामीण और स्कूली बच्चों को चोटें भी आ चुकी हैं. बारिश के समय ग्रामीण डर के कारण इस पुलिया पर आवाजाही बन्द कर देते हैं.

पिनाथेश्वर महादेव मंदिर मठ संचालन समिति के सचिव कैलाश चन्द्र जोशी ने बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य अधिकारी और तहसील दिवस में अनेक बार पुलिया में सुरक्षा के लिए रेलिंग लगाने की मांग की. लेकिन, आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके विपरीत जल संस्थान ने पुलिया के रास्ते और फर्श में पेयजल की पाइप लाइन ऐसे बिछा दी, जिसके कारण कई लोग और उनके मवेशी चोटिल हो चुके हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि शीघ्र रेलिंग और सुरक्षा कार्य नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन करने को विवश होंगे.

Intro:आपने पुलिया के दोनों ओर सुरक्षा के दृष्टिगत पाइपों की रेलिंग देखी हैं लेकिन पिनाथेश्वर महादेव और मठ को जोड़ने वाली कोसी नदी के ऊपर बने पुलिया में अगल बगल की रेलिंग नदारद है. यहां सरकारी तंत्र के इंजीनियरों ने पुलिया के फर्श में ऐसे पाइप बिछा दिए जो किसी अवरोधक से कम नही हैं. ये पाइप ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन गए हैं और अनेकों के हाथ पैर चोटिल हो चुके हैं . ग्रामीणों ने शीघ्र रेलिंग नही लगने पर आंदोलन की चेतावनी जिला पंचायत को दी है.Body:सोमेश्वर। कोसी नदी के ऊपर रौल्याणा मठ में जिला पंचायत अल्मोड़ा द्वारा निर्मित पुलिया हादसों को आमंत्रण दे रहा है। वर्षों से इस पुल के दोनों ओर कोई सुरक्षा के इंतजाम नही हैं जिस कारण स्कूली बच्चे और ग्रामीणों के अलावा पर्यटकों को जान जोखिम में डालकर पुलिया से आवाजाही करनी पड़ रही है। आश्चर्य की बात यह है कि पुलिया में सुरक्षा हेतु रैलिंग की पाइप तो गायब हैं लेकिन जल संस्थान ने पुलिया के फर्श में पेयजल की पाइपलाइन बिछाकर राहगीरों के लिए उलझने का इंतजाम किया है।
बताते चलें कि पिनाथेश्वर महादेव मठ, जूनियर हाई स्कूल कांटली, रौल्याणा और कफाड़ी के लिए आवाजाही के लिए ग्रामीणों, कामकाजी महिलाओं, स्कूली बच्चों और देश विदेश के पर्यटकों की की आवाजाही इसी पुलिया से होती है। लेकिन पुलिया के दोनों तरफ की रेलिंग नही होने से कई बार ग्रामीण और स्कूली बच्चों को चोटें भी आ चुकी हैं और बरसात के समय ग्रामीण डर के मारे इस पुलिया से आवागमन बन्द करने को विवश हो जाते हैं।
पिनाथेश्वर महादेव मंदिर मठ संचालन समिति के सचिव कैलाश चन्द्र जोशी का कहना है कि उन्होंने जिलाधिकारी, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य अधिकारी और तहसील दिवस में अनेक बार पुलिया में सुरक्षा के लिए रेलिंग लगाने की मांग की। लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही हुई तथा ठीक इसके विपरीत जल संस्थान ने पुलिया के रास्ते और फर्श में पेयजल की पाइपलाइन ऐसे बिछा दी है जिसमें अनेक लोगों के साथ ही उनके मवेशी भी उलझकर गिरने से चोटिल हो चुके हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि शीघ्र रेलिंग और सुरक्षा कार्य नही किया गया तो ग्रामीण आंदोलन करने को विवश होंगे।
फ़ोटो- रौल्याणा में कोसी नदीके पुलिया में रेलिंग की जगह नीचे बिछाए पाइप ग्रामीणों के लिए बने खतरा।Conclusion:
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