सोमेश्वर: पिनाथेश्वर महादेव और मठ को जोड़ने वाली कोसी नदी के ऊपर बने पुलिया में रेलिंग नहीं है. वहीं, इंजीनियरों ने इस पुलिया के फर्श पर ऐसे पाइप बिछा दिए हैं, जो लोगों के लिए सुरक्षित कम और नुकसानदायक ज्यादा साबित हो रहे हैं. ऐसे में आए दिन ग्रामीण इन पाइप के चलते चोटिल हो रहे हैं. वहीं, ग्रामीणों ने इस पुलिया पर शीघ्र रेलिंग न लगाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
कोसी नदी के ऊपर रौल्याणा मठ में जिला पंचायत अल्मोड़ा द्वारा निर्मित पुलिया हादसों को निमंत्रण दे रही है. सालों से इस पुल के दोनों ओर कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं. इस कारण स्कूली बच्चे और ग्रामीणों के अलावा पर्यटकों को जान जोखिम में डालकर इस पुलिया से आवाजाही करनी पड़ रही है. आश्चर्य की बात ये है कि पुलिया में सुरक्षा हेतु रेलिंग की पाइप तो गायब हैं, लेकिन जल संस्थान ने पुलिया के फर्श में पेयजल की पाइपलाइन बिछाकर राहगीरों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है.
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बता दें कि पिनाथेश्वर महादेव मठ, जूनियर हाईस्कूल कांटली, रौल्याणा और कफाड़ी के लिए आवाजाही पुलिया से होती है. लेकिन, पुलिया के दोनों तरफ की रेलिंग नहीं होने से कई बार ग्रामीण और स्कूली बच्चों को चोटें भी आ चुकी हैं. बारिश के समय ग्रामीण डर के कारण इस पुलिया पर आवाजाही बन्द कर देते हैं.
पिनाथेश्वर महादेव मंदिर मठ संचालन समिति के सचिव कैलाश चन्द्र जोशी ने बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य अधिकारी और तहसील दिवस में अनेक बार पुलिया में सुरक्षा के लिए रेलिंग लगाने की मांग की. लेकिन, आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके विपरीत जल संस्थान ने पुलिया के रास्ते और फर्श में पेयजल की पाइप लाइन ऐसे बिछा दी, जिसके कारण कई लोग और उनके मवेशी चोटिल हो चुके हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि शीघ्र रेलिंग और सुरक्षा कार्य नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन करने को विवश होंगे.