रानीखेतः चौबटिया-नागपानी-दिहोली सड़क मार्ग पर जा रही जेसीबी मशीन को सैन्य चेक पोस्ट पर रोके जाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. तीनों गांवों के ग्रामीणों ने झूला देवी सैन्य बैरियर के पास धरना दिया और चार घंटे तक चक्का जाम कर दिया.
इस दौरान सेना के साथ ही आम लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. संयुक्त मजिस्ट्रेट के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला. धरने पर बैठे सिवाली, कालनू और दिहोली के ग्रामीणों का कहना है कि सिवाली गांव शहीद मेजर महेश सती का गांव है जो आज भी सड़क से वंचित है. पूर्व में सड़क निर्माण को लेकर सेना ने एनओसी दी थी, लेकिन अब काम रोका जा रहा है. उनका कहना है कि 200 मीटर की सैन्य भूमि सड़क निर्माण में बाधा बन रही है, वहां से सड़क नहीं बननी है. गांव से उन्हें सड़क पर आने के लिए 8-9 किमी पैदल चलना पड़ता है. इस सड़क के लिए काफी लंबे समय से ग्रामीम प्रयास कर रहे थे, लेकिन जब सड़क का निर्माण शुरू होने वाला है तो सेना द्वारा काम रोका जा रहा है.
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ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने 10 जनवरी को सैन्य अधिकारियों के साथ वार्ता का आश्वासन दिया है. बता दें कि जिस सड़क का निर्माण किया जाना है, वो सेना की फायरिंग रेंज के पास है, जिसमें सैन्य प्रशिक्षण होते रहते हैं. सुरक्षा की दृष्टि से भी यह संवेदनशील क्षेत्र है. इसका विकल्प खोजने की कोशिश की जा रही है.