अल्मोड़ा: कुमाऊं विश्वविद्यालय से अलग होकर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का हिस्सा बने अल्मोड़ा परिसर के प्रोफेसरों में विकल्प को लेकर काफी आक्रोश है. इससे नाराज प्रॉफेसरों ने विश्वविद्यालय परिसर में सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के खिलाफ नाराजगी जताई. साथ ही कहा कि वैधानिक तौर पर विकल्प का अवसर दिए जाने तक विरोध जारी रखा जाएगा.
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के परिसर में विकल्प को लेकर धरने पर बैठे प्रोफेसरों ने कहा कि दोनों विश्वविद्यालय की संयुक्त बैठक बीते 5 अगस्त, 2021 को हुई है. इसमें रखे गए मुद्दों में शिक्षकों के विकल्प के मामले पर हुए फैसले की कोई जानकारी नहीं दी गई है, जबकि इस बीच शिक्षकों से विकल्प मांग लिए जाने चाहिए थे. उन्होंने कहा कि इस परिसर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में शामिल कर लिया है, लेकिन यहां कार्यरत शिक्षकों को विकल्प की सुविधा दी जानी चाहिए थी जो वैधानिक अधिकार भी है.
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उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री ने बीते जनवरी माह में तत्कालीन मुख्यमंत्री व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में विकल्प को लेकर घोषणा की थी. इसके बाद भी विकल्प लेने का अवसर नहीं दिया जा रहा है. साथ ही कहा कि जब तक विकल्प नहीं दिया जाता, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि वह पहले से कुमाऊं विश्वविद्यालय के अधीन थे.