पिथौरागढ़/अल्मोड़ा : प्रमोशन में आरक्षण की व्यवस्था बहाल करने की मांग तेज हो गई है. उत्तराखंड एससी-एसटी इंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले एससी-एसटी समुदाय के लोगों ने पिथौरागढ़ में जोरदार प्रदर्शन किया. इस मौके पर गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने सीएम का पुतला भी फूंका. प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार को एससी-एसटी विरोधी करार देते हुए कहा कि पदोन्नति में आरक्षण उन्हें संविधान से मिला मूल अधिकार है. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था फिर से बहाल नहीं की गई तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा.
पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था समाप्त किए जाने के विरोध में एससी-एसटी समुदाय के लोगों ने पिथौरागढ़ में जमकर प्रदर्शन किया. भारी तादात में लोग इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार और सीएम त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार उनके अधिकार छीन रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
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इस मौके पर एससी-एसटी टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि राज्य सरकार हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने कहीं भी ये नहीं कहा कि पदोन्नति में आरक्षण मूल अधिकार नहीं है. मगर राज्य सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था को समाप्त कर एससी-एसटी के मूल अधिकारों को छीनने का काम किया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो किसी भी तरह अपना अधिकार को वापस लेकर ही रहेंगे.
अल्मोड़ा में भी लोगों ने किया प्रदर्शन
पदोन्नति में आरक्षण का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पदोन्नति में आरक्षण को समाप्त करने के सरकार के आश्वासन के बाद जनरल- ओबीसी कर्मचारियों की हड़ताल खत्म तो हो गई है, लेकिन अब एससी-एसटी वर्ग के कर्मचारियों ने सरकार के प्रति रोष देखने को मिल रहा है. अल्मोड़ा में एससी-एसटी वर्ग के कर्मचारियों ने पदोन्नति में आरक्षण के मामले में सरकार की कार्यप्रणाली के खिलाफ विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फूंका. साथ ही पदोन्नति में आरक्षण को लागू करने की मांग की गयी.