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स्कूल जा रही छात्रा नदी में बही, भाई ने जान पर खेलकर बचाया, ग्रामीणों ने भी दिया साथ - पहाड़ों में बरसात के मौसम

पहाड़ों में बरसात के मौसम में स्कूली बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बीते दिनों टिहरी के बालगंगा तहसील में छतियारा गांव की 10वीं की छात्रा कशिश नाला पार करते समय बह गई थी. जिसमें उसकी जान बाल-बाल बची थी. ऐसा ही एक मामला अल्मोड़ा से सामने आया है. जहां एक छात्रा सुवाल नदी को पार करत समय बह गई. जिसे अन्य छात्रों और ग्रामीणों ने बचा लिया. फिलहाल, उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है.

mamta Arya
छात्रा नदी में बही
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Published : Jul 26, 2023, 10:45 PM IST

अल्मोड़ाः लमगड़ा क्षेत्र में स्कूल जा रही एक छात्रा सुवाल नदी काे पार करते समय बह गई. गनीमत रही कि उसके साथ अन्य स्कूली बच्चे भी चल रहे थे. उन्होंने अपनी सूझबूझ से छात्रा को बचा लिया. हालांकि, इस दौरान छात्रा घायल भी हो गई. फिलहाल, छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जानकारी के मुताबिक, रोजाना की तरह ठानामठेना गांव निवासी शंकर राम की बेटी ममता आर्या घर से अपने स्कूल राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनियान के लिए निकली. रास्ते में सुवाल नदी को पार करना पड़ता है. जिसका बहाव बरसात की वजह से इन दिनों काफी तेज हो गया है.

mamta Arya
छात्रा ममता आर्या

ऐसे में छात्रा सुयाल नदी को पार करने लगी तो उसका पैर फिसल गया और वो पानी के तेज बहाव के कारण नदी में बह गई. ममता को नदी में बहता देख साथ चल रहे अन्य बच्चों समेत कक्षा 6 में पढ़ने वाला उसका छोटा भाई भी नदी में उसे बचाने कूद पड़ा. बच्चों की चीख सुनकर ग्रामीण भी वहा पहुंच गए.

जिसके बाद कुछ ही दूरी से बालिका को सुरक्षित निकाल लिया गया. सूचना पर स्कूल स्टाफ भी मौके पर पहुंचा. वहींं, छात्रा को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाड़ेछीना भेजा गया. जहां से डॉक्टरों ने उसे अल्मोड़ा जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जहां पर उसका उपचार किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः नाले में बहकर मौत के मुंह से निकली छात्रा, मां का साथ भी नहीं आया काम

पुल न होने से खतरे पड़ रही जानः बरसात में स्कूल पहुंचने के लिए रास्ते में सुवाल नदी को पार करना बच्चों के लिए जोखिम भरा होता है. इससे पहले नदी से आर पार जाने के लिए पुलिया बनी थी, लेकिन वो 2010 की आपदा में नदी के बहाव में बह चुकी है.

ग्रामीणों के मुताबिक, पुल निर्माण के लिए कई बार विधायक और जिला प्रशासन समेत अन्य जनप्रतिनियों से इसके निर्माण की मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई हो रही है. वहीं, ग्रामीणों ने स्कूल आने जाने के लिए सरकार से नदी पर तुरंत पुल बनवाने की मांग की है. ताकि स्कूल आने जाने वाले बच्चों समेत किसी भी ग्रामीण के साथ कोई अप्रिय घटना न घट सके.

अल्मोड़ाः लमगड़ा क्षेत्र में स्कूल जा रही एक छात्रा सुवाल नदी काे पार करते समय बह गई. गनीमत रही कि उसके साथ अन्य स्कूली बच्चे भी चल रहे थे. उन्होंने अपनी सूझबूझ से छात्रा को बचा लिया. हालांकि, इस दौरान छात्रा घायल भी हो गई. फिलहाल, छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जानकारी के मुताबिक, रोजाना की तरह ठानामठेना गांव निवासी शंकर राम की बेटी ममता आर्या घर से अपने स्कूल राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनियान के लिए निकली. रास्ते में सुवाल नदी को पार करना पड़ता है. जिसका बहाव बरसात की वजह से इन दिनों काफी तेज हो गया है.

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छात्रा ममता आर्या

ऐसे में छात्रा सुयाल नदी को पार करने लगी तो उसका पैर फिसल गया और वो पानी के तेज बहाव के कारण नदी में बह गई. ममता को नदी में बहता देख साथ चल रहे अन्य बच्चों समेत कक्षा 6 में पढ़ने वाला उसका छोटा भाई भी नदी में उसे बचाने कूद पड़ा. बच्चों की चीख सुनकर ग्रामीण भी वहा पहुंच गए.

जिसके बाद कुछ ही दूरी से बालिका को सुरक्षित निकाल लिया गया. सूचना पर स्कूल स्टाफ भी मौके पर पहुंचा. वहींं, छात्रा को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाड़ेछीना भेजा गया. जहां से डॉक्टरों ने उसे अल्मोड़ा जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जहां पर उसका उपचार किया जा रहा है.
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पुल न होने से खतरे पड़ रही जानः बरसात में स्कूल पहुंचने के लिए रास्ते में सुवाल नदी को पार करना बच्चों के लिए जोखिम भरा होता है. इससे पहले नदी से आर पार जाने के लिए पुलिया बनी थी, लेकिन वो 2010 की आपदा में नदी के बहाव में बह चुकी है.

ग्रामीणों के मुताबिक, पुल निर्माण के लिए कई बार विधायक और जिला प्रशासन समेत अन्य जनप्रतिनियों से इसके निर्माण की मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई हो रही है. वहीं, ग्रामीणों ने स्कूल आने जाने के लिए सरकार से नदी पर तुरंत पुल बनवाने की मांग की है. ताकि स्कूल आने जाने वाले बच्चों समेत किसी भी ग्रामीण के साथ कोई अप्रिय घटना न घट सके.

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