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जगदीश हत्याकांड में चौथा आरोपी गिरफ्तार, पांचवें आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत

दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या (Jagdish Chandra murder case) के मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, केस से जुड़ी नई जानकारी सामने आ रही है. इस मामले में दो लोग की संलिप्ता और सामने आई है. जिसमें एक की मौत हो चुकी है, वहीं दूसरे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया (Police arrested one more accused) है.

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Published : Sep 10, 2022, 8:00 PM IST

अल्मोड़ा: भिकियासैंण में दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या के मामले में पुलिस एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इस मामले में तीन गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है. चौथे आरोपी का नाम नरेंद्र सिंह है. अल्मोड़ा एसएसपी प्रदीप कुमार राय (Almora SSP Pradeep Kumar Rai) ने बताया कि इस केस को राजस्व पुलिस के रेगुलर पुलिस के पास ट्रांसफर किया है.

इस मामले की जांच सीओ रानीखेत तिलक राम वर्मा कर रहे हैं. सीओ रानीखेत ने जेल में बंद तीनों आरोपियों से पूछताछ की थी. साथ ही इस मामले में घटनास्थल से कुछ साक्ष्य भी एकत्र किए थे. पूछताछ और सबूतों के आधार पर जगदीश चंद्र की हत्या के मामले में दो और लोगों की संलिप्ता सामने आई.

अल्मोड़ा एसएसपी प्रदीप कुमार राय.
पढ़ें- जगदीश हत्याकांड: प्रदीप टम्टा ने सरकार को घेरा, कहा- दलित नेता की मौत पर सीएम के पास दो शब्द तक नहीं

पुलिस की जांच में सामने आया कि जगदीश की हत्या में नंदन सिंह एवं नरेंद्र सिंह भी शामिल थे. जगदीश की हत्या के बाद कुछ दिन बाद नंदन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. वहीं पुलिस ने आज नरेंद्र सिंह को उसके गांव से गिरफ्तार किया है. अल्मोड़ा एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने बताया कि सीओ रानीखेत तिलक राम वर्मा जांच में सामने आया कि जगदीश चंद्र की हत्या के बाद तीन लोग युवती को लेने अल्मोड़ा आए थे, जिसमें एक नंदन सिंह था.

इसके अलावा नरेंद्र सिंह का भी नाम सामने आया, जो नंदन के साथ ही काम करता था. नंदन सिंह, गोविंद का दोस्त था. दोनों दिल्ली में साथ काम कर चुके हैं. हत्याकांड से एक दिन पहले नंदन ने गोविंद से मुलाकात की थी. और नंदन ने ही आरोपियों को जगदीश के पहुंचने की सूचना दी थी. हालांकि जगदीश चंद्र की हत्या के अगले दिन ही नंदन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी.
पढ़ें- लव मैरिज से खफा परिजनों ने उजाड़ा बेटी का सुहाग, लाश की हालत देख किसी भी कांप जाए रूह

क्या है मामला: सल्ट के पनुवाधौखन निवासी दलित नेता जगदीश चंद्र पुत्र केश राम और भिकियासैंण निवासी गीता उर्फ गुड्डी ने बीते 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में प्रेम विवाह किया था. शादी से पहले गुड्डी अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह, भावना पत्नी जोगा सिंह के साथ रहती थी. दोनों का प्रेम विवाह गुड्डी के सौतेले भाई और पिता को रास नहीं आया.

एक सितंबर को जगदीश के ससुराल वालों ने जगदीश चंद्र को भिकियासैंण में पकड़ लिया था. उसके बाद वह लोग जगदीश चंद्र का एक गाड़ी से अपहरण कर ले गए. उसके बाद बेरहमी से जगदीश की हत्या कर दी. सूचना पर पुलिस और राजस्व की टीम ने देर शाम गाड़ी से जगदीश का लहुलूहान शव बरामद कर लिया था. इस मामले में पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह और भावना पत्नी जोगा सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. वहीं चौथी गिरफ्तारी आज हुई है. पांचवें आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है.

अल्मोड़ा: भिकियासैंण में दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या के मामले में पुलिस एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इस मामले में तीन गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है. चौथे आरोपी का नाम नरेंद्र सिंह है. अल्मोड़ा एसएसपी प्रदीप कुमार राय (Almora SSP Pradeep Kumar Rai) ने बताया कि इस केस को राजस्व पुलिस के रेगुलर पुलिस के पास ट्रांसफर किया है.

इस मामले की जांच सीओ रानीखेत तिलक राम वर्मा कर रहे हैं. सीओ रानीखेत ने जेल में बंद तीनों आरोपियों से पूछताछ की थी. साथ ही इस मामले में घटनास्थल से कुछ साक्ष्य भी एकत्र किए थे. पूछताछ और सबूतों के आधार पर जगदीश चंद्र की हत्या के मामले में दो और लोगों की संलिप्ता सामने आई.

अल्मोड़ा एसएसपी प्रदीप कुमार राय.
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पुलिस की जांच में सामने आया कि जगदीश की हत्या में नंदन सिंह एवं नरेंद्र सिंह भी शामिल थे. जगदीश की हत्या के बाद कुछ दिन बाद नंदन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. वहीं पुलिस ने आज नरेंद्र सिंह को उसके गांव से गिरफ्तार किया है. अल्मोड़ा एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने बताया कि सीओ रानीखेत तिलक राम वर्मा जांच में सामने आया कि जगदीश चंद्र की हत्या के बाद तीन लोग युवती को लेने अल्मोड़ा आए थे, जिसमें एक नंदन सिंह था.

इसके अलावा नरेंद्र सिंह का भी नाम सामने आया, जो नंदन के साथ ही काम करता था. नंदन सिंह, गोविंद का दोस्त था. दोनों दिल्ली में साथ काम कर चुके हैं. हत्याकांड से एक दिन पहले नंदन ने गोविंद से मुलाकात की थी. और नंदन ने ही आरोपियों को जगदीश के पहुंचने की सूचना दी थी. हालांकि जगदीश चंद्र की हत्या के अगले दिन ही नंदन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी.
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क्या है मामला: सल्ट के पनुवाधौखन निवासी दलित नेता जगदीश चंद्र पुत्र केश राम और भिकियासैंण निवासी गीता उर्फ गुड्डी ने बीते 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में प्रेम विवाह किया था. शादी से पहले गुड्डी अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह, भावना पत्नी जोगा सिंह के साथ रहती थी. दोनों का प्रेम विवाह गुड्डी के सौतेले भाई और पिता को रास नहीं आया.

एक सितंबर को जगदीश के ससुराल वालों ने जगदीश चंद्र को भिकियासैंण में पकड़ लिया था. उसके बाद वह लोग जगदीश चंद्र का एक गाड़ी से अपहरण कर ले गए. उसके बाद बेरहमी से जगदीश की हत्या कर दी. सूचना पर पुलिस और राजस्व की टीम ने देर शाम गाड़ी से जगदीश का लहुलूहान शव बरामद कर लिया था. इस मामले में पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह और भावना पत्नी जोगा सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. वहीं चौथी गिरफ्तारी आज हुई है. पांचवें आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है.

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