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अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ ने किया कार्य बहिष्कार, ये है कारण

अल्मोड़ा में नाराज नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल स्टाफ (Nursing And Para Medical Staff Protest) के कर्मचारी आज से कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगों पर जिम्मेदार अधिकारी गौर नहीं कर रहे हैं. नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल स्टाफ का कहना है कि उन्हें कार्य के बदले मानदेय भी नहीं मिल रहा है.

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नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ मांगों को लेकर मुखर.
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Published : Apr 20, 2022, 2:05 PM IST

Updated : Apr 20, 2022, 2:19 PM IST

अल्मोड़ा: मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल स्टाफ (Nursing And Para Medical Staff Protest) के कर्मचारी आज से कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं. आक्रोशित कर्मचारियों ने आज अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज (Almora Medical College) के बेस परिसर में प्रदर्शन किया. कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हुई है.

गुस्साए कर्मचारियों ने कहा कि 2020 में कोविड महामारी के दौरान मेडिकल कॉलेज में 150 से अधिक कर्मचारियों की ठेकेदारी प्रथा के तहत नियुक्ति हुई थी. लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को बताया गया कि 28 मार्च को उनका टेंडर समाप्त हो गया है. जिसके बाद कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा उन्हें नियमित कार्य करवाने का आश्वासन दिया गया.

पढ़ें-परिवहन निगम में चालक और परिचालकों की नई विज्ञप्ति पर संगठन की तनी भौंहें, कर्मचारी मुखर

कर्मचारियों का कहना है कि आश्वासन के बाद अभी तक उन्हें कोई लिखित पत्र नहीं मिला और न ही उन्हें वेतन दिया जा रहा है. जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कर्मचारियों ने उन्हें ठेकेदारी प्रथा से हटाकर समस्या का स्थायी समाधान करने व लिखित पत्र देने की मांग की है.

अल्मोड़ा: मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल स्टाफ (Nursing And Para Medical Staff Protest) के कर्मचारी आज से कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं. आक्रोशित कर्मचारियों ने आज अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज (Almora Medical College) के बेस परिसर में प्रदर्शन किया. कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हुई है.

गुस्साए कर्मचारियों ने कहा कि 2020 में कोविड महामारी के दौरान मेडिकल कॉलेज में 150 से अधिक कर्मचारियों की ठेकेदारी प्रथा के तहत नियुक्ति हुई थी. लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को बताया गया कि 28 मार्च को उनका टेंडर समाप्त हो गया है. जिसके बाद कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा उन्हें नियमित कार्य करवाने का आश्वासन दिया गया.

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कर्मचारियों का कहना है कि आश्वासन के बाद अभी तक उन्हें कोई लिखित पत्र नहीं मिला और न ही उन्हें वेतन दिया जा रहा है. जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कर्मचारियों ने उन्हें ठेकेदारी प्रथा से हटाकर समस्या का स्थायी समाधान करने व लिखित पत्र देने की मांग की है.

Last Updated : Apr 20, 2022, 2:19 PM IST
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