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उत्तराखंड में मॉनसून ने दी दस्तक, पहली बारिश में ही कई मार्ग बाधित

उत्तराखंड में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, बारिश से कई मार्गों पर मलबा आ गया, जिससे मार्ग बाधित हो गए हैं.

monsoon in uttarakhand
उत्तराखंड में मानसून की दस्तक
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Published : Jun 24, 2020, 1:38 PM IST

अल्मोड़ा/थराली/खटीमा: उत्तराखंड में मॉनसून के दस्तक देने के साथ ही राज्य के अधिकांश जिलों में कल देर रात से बारिश हो रही है. वहीं, राज्य के अन्य जिलों में बारिश के आसार बने हुए हैं. मॉनसून के दस्तक देने के साथ ही लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. अल्मोड़ा, खटीमा और थराली में भी कल देर रात से ही तेज बारिश हो रही है. मूसलाधार बारिश से कई मार्गों पर मलबा आ गया, जिससे मार्ग बाधित हो गए हैं.

अल्मोड़ा

जिले में कल देर रात से हो रही बारिश के चलते दो मोटर मार्ग अल्मोड़ा-बागेश्वर और कोसी-कौसानी पर मलबा आने से बड़े वाहनों के लिए यातायात बाधित हो गया. हालांकि जेसीबी की मदद से अल्मोड़ा-बागेश्वर मोटर मार्ग अब खोल दिया गया है. कोसी-कौसानी मोटर मार्ग को खोलने का कार्य जारी है. जिले में बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. अल्मोड़ा में अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

पढ़ें- आम खरीदने से पहले बरते सावधानी, हो सकता है कैंसर

जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे एनएच 309 अल्मोड़ा-बागेश्वर हाइवे में चौराड़ी बैंड, बसोली के पास सड़क पर बोल्डर और पत्थर आ पड़े. इससे बड़े वाहनों के लिए मार्ग बंद हो गया. जेसीबी की मदद से मार्ग को खोला जा चुका है. वहीं, बारिश के कारण कोसी-कौसानी रोड पर पथरिया के पास भारी बारिश से आज सुबह मलबा आ गया, जिसे हटाने का काम जारी है.

थराली

मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक साबित हुआ थराली सहित ग्वालदम, देवाल में सुबह से ही झमाझम बारिश और पहाड़ों में बादल छाए रहे. क्षेत्र में हो रही बारिश के चलते अब स्थानीय काश्तकारों के चेहरे भी खिलने लगे हैं. स्थानीय काश्तकार अपनी खेती-बाड़ी में लगे हुए हैं और ऐसे में उनको मंडुवे और धान की गुड़ाई में बारिश होने से राहत मिली है .

पढ़ें- खनन माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर किया हमला, कर्मियों ने भागकर बचाई जान

बता दें कि, जून माह में होने वाली भीषण गर्मी से इस बार लोगों को काफी निजात मिली है. लगातार हो रही बारिश से स्थानीय काश्तकारों की फसलें अच्छी हो रही हैं. काश्तकारों का कहना है कि इस साल धान और मंडुवे की अच्छी पैदावार होगी.

खटीमा

खटीमा में बरसात के कारण जगह-जगह जलभराव की समस्या बनी हुई है. नगर पालिका ने राजस्व और पुलिस टीम के साथ मिलकर दो जेसीबी मशीनों की मदद से नगर में बंद हो चुकी नालियों को खोला. इसके साथ ही नालियों के ऊपर से अतिक्रमण भी हटाया गया, ताकि नालियों की सफाई सुचारू रूप से हो सके.

पढ़ें- 'कोरोनिल' से होगा कोरोना का इलाज ! ​बाबा रामदेव ने लॉन्च की आयुर्वेदिक दवा

बता दें कि, नगरपालिका खटीमा ने पुलिस प्रशासन और तहसीलदार की मौजूदगी में जेसीबी मशीनों द्वारा खटीमा के मुख्य चौक पर नाली के ऊपर से अतिक्रमण हटाकर नालियों को खोला. इससे बरसात होने पर मुख्य चौक पर जलभराव की समस्या का आमजन को सामना न करना पड़े.

अल्मोड़ा/थराली/खटीमा: उत्तराखंड में मॉनसून के दस्तक देने के साथ ही राज्य के अधिकांश जिलों में कल देर रात से बारिश हो रही है. वहीं, राज्य के अन्य जिलों में बारिश के आसार बने हुए हैं. मॉनसून के दस्तक देने के साथ ही लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. अल्मोड़ा, खटीमा और थराली में भी कल देर रात से ही तेज बारिश हो रही है. मूसलाधार बारिश से कई मार्गों पर मलबा आ गया, जिससे मार्ग बाधित हो गए हैं.

अल्मोड़ा

जिले में कल देर रात से हो रही बारिश के चलते दो मोटर मार्ग अल्मोड़ा-बागेश्वर और कोसी-कौसानी पर मलबा आने से बड़े वाहनों के लिए यातायात बाधित हो गया. हालांकि जेसीबी की मदद से अल्मोड़ा-बागेश्वर मोटर मार्ग अब खोल दिया गया है. कोसी-कौसानी मोटर मार्ग को खोलने का कार्य जारी है. जिले में बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. अल्मोड़ा में अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

पढ़ें- आम खरीदने से पहले बरते सावधानी, हो सकता है कैंसर

जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे एनएच 309 अल्मोड़ा-बागेश्वर हाइवे में चौराड़ी बैंड, बसोली के पास सड़क पर बोल्डर और पत्थर आ पड़े. इससे बड़े वाहनों के लिए मार्ग बंद हो गया. जेसीबी की मदद से मार्ग को खोला जा चुका है. वहीं, बारिश के कारण कोसी-कौसानी रोड पर पथरिया के पास भारी बारिश से आज सुबह मलबा आ गया, जिसे हटाने का काम जारी है.

थराली

मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक साबित हुआ थराली सहित ग्वालदम, देवाल में सुबह से ही झमाझम बारिश और पहाड़ों में बादल छाए रहे. क्षेत्र में हो रही बारिश के चलते अब स्थानीय काश्तकारों के चेहरे भी खिलने लगे हैं. स्थानीय काश्तकार अपनी खेती-बाड़ी में लगे हुए हैं और ऐसे में उनको मंडुवे और धान की गुड़ाई में बारिश होने से राहत मिली है .

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बता दें कि, जून माह में होने वाली भीषण गर्मी से इस बार लोगों को काफी निजात मिली है. लगातार हो रही बारिश से स्थानीय काश्तकारों की फसलें अच्छी हो रही हैं. काश्तकारों का कहना है कि इस साल धान और मंडुवे की अच्छी पैदावार होगी.

खटीमा

खटीमा में बरसात के कारण जगह-जगह जलभराव की समस्या बनी हुई है. नगर पालिका ने राजस्व और पुलिस टीम के साथ मिलकर दो जेसीबी मशीनों की मदद से नगर में बंद हो चुकी नालियों को खोला. इसके साथ ही नालियों के ऊपर से अतिक्रमण भी हटाया गया, ताकि नालियों की सफाई सुचारू रूप से हो सके.

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बता दें कि, नगरपालिका खटीमा ने पुलिस प्रशासन और तहसीलदार की मौजूदगी में जेसीबी मशीनों द्वारा खटीमा के मुख्य चौक पर नाली के ऊपर से अतिक्रमण हटाकर नालियों को खोला. इससे बरसात होने पर मुख्य चौक पर जलभराव की समस्या का आमजन को सामना न करना पड़े.

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