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हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे जीना, तेजतर्रार विधायकों में किए जाते थे शुमार

भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का आज सुबह दिल्ली में तबीयत ज्यादा बिगड़ने से निधन हो गया. विधायक जीना पिछले काफी दिनों से कोरोना संक्रमण के कारण बीमार चल रहे थे.

सुरेंद्र सिंह जीना
सुरेंद्र सिंह जीना
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Published : Nov 12, 2020, 2:29 PM IST

अल्मोड़ा: सल्ट विधानसभा के युवा व तेजतर्रार विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का आज सुबह दिल्ली में निधन हो गया. विधायक जीना कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उनका सर गंगा राम अस्पताल में इलाज चल रहा था. लेकिन करीब दो हफ्ते के इलाज के बाद आखिरकार जीना जिंदगी की जंग हार गए.

पढ़ें- BJP विधायक जीना के दिल्ली आवास पर पसरा सन्नाटा, कार्यकर्ता और समर्थक मायूस

विधायक सुरेंद्र जीना तीन बार इस क्षेत्र से लगातार तीसरी बार विधायक बने थे. वे क्षेत्र में काफी लोकप्रियता थे. वह युवा होने के साथ काफी तेजतर्रार विधायकों में भी शुमार थे. क्षेत्र के विकास कार्यों के प्रति उनकी तत्परता भी काफी देखने को मिलती थी. विगत जुलाई माह में ही अपने विधानसभा क्षेत्र के बाजखेत-तुराचौरा सड़क मार्ग में मानकों के अनुरूप डामरीकरण न होने की शिकायत पर विधायक जीना खुद मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे थे. विधायक जीना ने सड़क निर्माण में लीपापोती कर रहे विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों को मौके पर ही जमकर फटकार लगाई थी. उनकी यह कार्यशैली जनता के बीच काफी लोकप्रिय थी.

सौम्य व्यवहार होने के साथ ही वे विपक्षी दलों के लोगों का भी सहयोग किया करते थे. विधायक जीना साल 2007 में पहली बार भिकियासैंण सीट से विधानसभा पहुंचे. तत्कालीन खंडूडी सरकार में उन्हें कुमाऊं मंडल विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया. उस समय अल्मोड़ा जिले में 7 विधानसभा सीटें हुआ करती थी. बाद में 2012 के परिसीमन के बाद अल्मोड़ा से भिकियासैंण विधानसभा सीट खत्म हो गयी. भिकियासैंण को सल्ट में जोड़ दिया गया. 2012 के चुनाव में दूसरी बार सल्ट विधानसभा से जीना चुनाव जीते. जबकि 2017 में वह तीसरी बार फिर सल्ट विधानसभा से चुनाव जीत कर आए.

अल्मोड़ा: सल्ट विधानसभा के युवा व तेजतर्रार विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का आज सुबह दिल्ली में निधन हो गया. विधायक जीना कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उनका सर गंगा राम अस्पताल में इलाज चल रहा था. लेकिन करीब दो हफ्ते के इलाज के बाद आखिरकार जीना जिंदगी की जंग हार गए.

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विधायक सुरेंद्र जीना तीन बार इस क्षेत्र से लगातार तीसरी बार विधायक बने थे. वे क्षेत्र में काफी लोकप्रियता थे. वह युवा होने के साथ काफी तेजतर्रार विधायकों में भी शुमार थे. क्षेत्र के विकास कार्यों के प्रति उनकी तत्परता भी काफी देखने को मिलती थी. विगत जुलाई माह में ही अपने विधानसभा क्षेत्र के बाजखेत-तुराचौरा सड़क मार्ग में मानकों के अनुरूप डामरीकरण न होने की शिकायत पर विधायक जीना खुद मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे थे. विधायक जीना ने सड़क निर्माण में लीपापोती कर रहे विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों को मौके पर ही जमकर फटकार लगाई थी. उनकी यह कार्यशैली जनता के बीच काफी लोकप्रिय थी.

सौम्य व्यवहार होने के साथ ही वे विपक्षी दलों के लोगों का भी सहयोग किया करते थे. विधायक जीना साल 2007 में पहली बार भिकियासैंण सीट से विधानसभा पहुंचे. तत्कालीन खंडूडी सरकार में उन्हें कुमाऊं मंडल विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया. उस समय अल्मोड़ा जिले में 7 विधानसभा सीटें हुआ करती थी. बाद में 2012 के परिसीमन के बाद अल्मोड़ा से भिकियासैंण विधानसभा सीट खत्म हो गयी. भिकियासैंण को सल्ट में जोड़ दिया गया. 2012 के चुनाव में दूसरी बार सल्ट विधानसभा से जीना चुनाव जीते. जबकि 2017 में वह तीसरी बार फिर सल्ट विधानसभा से चुनाव जीत कर आए.

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