ETV Bharat / state

अल्मोड़ा के इस गांव में प्रवासी युवाओं ने छेड़ी शराब के खिलाफ मुहिम - almora dhauladevi block news

अल्मोड़ा जिले की नाकोट ग्राम सभा में कोरोनाकाल में बाहर से नौकरी छोड़ घर लौटे प्रवासी युवाओं ने गांव को सुधारने की एक मुहिम शुरू की है. प्रवासी युवाओं ने गांव में अवैध रूप से बिक रही शराब के खिलाफ इन दिनों अभियान चलाया हुआ है.

almora nakot gram sabha updates
प्रवासियों ने छेड़ी शराब के खिलाफ मुहिम.
author img

By

Published : Sep 23, 2020, 1:24 PM IST

Updated : Oct 16, 2020, 3:31 PM IST

अल्मोड़ा: ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब का धंधा लंबे समय से फल फूल रहा है. शराब के कारण घरेलू हिंसा, महिलाओं से मारपीट की घटनाएं आए दिन होते रहती हैं. जिले के धौलादेवी विकासखंड के नाकोट ग्रामसभा के युवा प्रवासी जब इन दिनों महामारी के दौर में अपने गांव पहुंचे तो उन्होंने देखा कि गांव की दुकानों में खुलेआम अवैध रूप से शराब बिक रही है. जिस कारण शराब पीकर दिन रात गांव में हंगामा हो रहा है. शराबियों के इसी आतंक से निजात दिलाने के लिए उन्होंने गांव में अवैध शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मुहिम शुरू की है.

प्रवासियों ने छेड़ी शराब के खिलाफ मुहिम.

उनका कहना है कि अगर गांव में कोई भी अवैध शराब की बिक्री व सेवन कर गांव का माहौल खराब करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. युवा प्रवासी गांव में अवैध शराब के खिलाफ घर घर जाकर हस्ताक्षर अभियान भी चला रहे हैं. यही नहीं खुली बैठक में व जुलूस निकालकर भी ग्रामीणों ने अवैध शराब के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. प्रवासी युवाओं की यह मुहिम अब रंग लाती नजर आ रही है.

यह भी पढे़ं-इस योजना से मिलेगा 10 हजार युवाओं को स्वरोजगार, ऐसे उठाएं लाभ

प्रवासी युवाओं के इस अभियान को अब धीरे- धीरे अन्य ग्रामीण पुरुषों व महिलाओं का बढ़चढ़ कर सहयोग मिल रहा है. जम्मू से नौकरी छोड़ अपने गांव नाकोट पहुंचे राजेश रावल का कहना है जब वह अपने गांव पहुंचे तो यहां उन्होंने देखा कि गांव में अवैध रूप से शराब बिक रही है. जिससे गांव का माहौल खराब बना हुआ है. शराब पीकर घरों में मार पीट हो रही है. बच्चों की पढ़ाई में इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इसी को देखते हुए बाहर से घर लौटे युवाओं ने शराब बंदी की मुहिम शुरू की है.

वहीं कोलकाता से घर लौटे प्रवासी युवा पंकज गोस्वामी का कहना है कि उन्होंने गांव के इस खराब होते माहौल को सुधारने के लिए शराब बंदी का अभियान चलाया है. जिसके तहत अवैध शराब के कारोबारियों को एक हफ्ते की चेतावनी दी गयी है. अगर वह इस कारोबार को बंद नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए वह उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगे. युवाओं के इस अभियान को ग्रामीणों का काफी सहयोग मिल रहा है. खासतौर पर गांव की महिलाएं उनको इस मुहिम में उनका सहयोग कर रही हैं. ग्रामीण महिला हीरा देवी का कहना है गांव में घर-घर में अवैध शराब बिक रही है, जिससे घर में मारपीट हो रही है और अशांति पैदा हो रही है.

अल्मोड़ा: ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब का धंधा लंबे समय से फल फूल रहा है. शराब के कारण घरेलू हिंसा, महिलाओं से मारपीट की घटनाएं आए दिन होते रहती हैं. जिले के धौलादेवी विकासखंड के नाकोट ग्रामसभा के युवा प्रवासी जब इन दिनों महामारी के दौर में अपने गांव पहुंचे तो उन्होंने देखा कि गांव की दुकानों में खुलेआम अवैध रूप से शराब बिक रही है. जिस कारण शराब पीकर दिन रात गांव में हंगामा हो रहा है. शराबियों के इसी आतंक से निजात दिलाने के लिए उन्होंने गांव में अवैध शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मुहिम शुरू की है.

प्रवासियों ने छेड़ी शराब के खिलाफ मुहिम.

उनका कहना है कि अगर गांव में कोई भी अवैध शराब की बिक्री व सेवन कर गांव का माहौल खराब करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. युवा प्रवासी गांव में अवैध शराब के खिलाफ घर घर जाकर हस्ताक्षर अभियान भी चला रहे हैं. यही नहीं खुली बैठक में व जुलूस निकालकर भी ग्रामीणों ने अवैध शराब के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. प्रवासी युवाओं की यह मुहिम अब रंग लाती नजर आ रही है.

यह भी पढे़ं-इस योजना से मिलेगा 10 हजार युवाओं को स्वरोजगार, ऐसे उठाएं लाभ

प्रवासी युवाओं के इस अभियान को अब धीरे- धीरे अन्य ग्रामीण पुरुषों व महिलाओं का बढ़चढ़ कर सहयोग मिल रहा है. जम्मू से नौकरी छोड़ अपने गांव नाकोट पहुंचे राजेश रावल का कहना है जब वह अपने गांव पहुंचे तो यहां उन्होंने देखा कि गांव में अवैध रूप से शराब बिक रही है. जिससे गांव का माहौल खराब बना हुआ है. शराब पीकर घरों में मार पीट हो रही है. बच्चों की पढ़ाई में इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इसी को देखते हुए बाहर से घर लौटे युवाओं ने शराब बंदी की मुहिम शुरू की है.

वहीं कोलकाता से घर लौटे प्रवासी युवा पंकज गोस्वामी का कहना है कि उन्होंने गांव के इस खराब होते माहौल को सुधारने के लिए शराब बंदी का अभियान चलाया है. जिसके तहत अवैध शराब के कारोबारियों को एक हफ्ते की चेतावनी दी गयी है. अगर वह इस कारोबार को बंद नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए वह उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगे. युवाओं के इस अभियान को ग्रामीणों का काफी सहयोग मिल रहा है. खासतौर पर गांव की महिलाएं उनको इस मुहिम में उनका सहयोग कर रही हैं. ग्रामीण महिला हीरा देवी का कहना है गांव में घर-घर में अवैध शराब बिक रही है, जिससे घर में मारपीट हो रही है और अशांति पैदा हो रही है.

Last Updated : Oct 16, 2020, 3:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.