अल्मोड़ा : शनिवार को जिला पंचायत सभागार में जिला पंचायत की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्यों समेत जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया.इस दौरान विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई.
वहीं, बैठक में मनरेगा के अंतर्गत विभिन्न रेखीय विभागों का वित्तीय वर्ष 2019-20 की कार्य योजना के अंतर्गत 8 योजनाओं हेतु 12,635.11 लाख रुपये का अनुमोदन किया गया. बैठक के दौरान विद्यालयों में अध्यापकों के दूरस्थ क्षेत्रों से एवं समय पर विद्यालय नहीं पहुंचने की शिकायत पर पर मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षा अधिकारी का औचक निरीक्षण करते हुए कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए. बैठक के दौरान सदस्यों द्वारा अनेक विद्यालयों में जीर्ण-शीर्ण भवनों एवं अधूरे निर्माणों कार्यों की समस्या रखी गई.
साथ ही कुछ विद्यालय भवनों को पूर्ण होने के बाद भी हस्तान्तरित नहीं होने की शिकायत, विद्यालय में शिक्षकों की कमी आदि की भी समस्यायें रखी गई. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में डाक्टरों की कमी, महिला चिकित्सालय में मरीजो को अनावश्यक रेफर किया जाना, प्राथमिक चिकत्सालय में नर्स की कमी, चौखुटिया में अल्ट्रा साउंड मशीन व द्वाराहाट में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दन्या के भवन की मरम्मत आदि की समस्याएं बैठक में रखी गई.
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मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि उनके स्तर से स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे है. वहीं, लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान अल्मोड़ा-कोसी मोटर मार्ग, कोसी-कौसानी मोटर मार्ग, चौड़ीघट्टी-मोहान मोटर मार्ग में गड्ढों की समस्याएं सदस्यों द्वारा रखी गई. अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त मोटर मार्गों में मरम्मत हेतु प्रस्ताव प्रेषित कर दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वन विभाग की समीक्षा के दौरान बाघों के आतंक से निपटने के लिए जगह-जगह पिंजरे लगाने का सुझाव दिया गया.
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष उमा बिष्ट ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला पंचायत बैठकों में उठाई गई जन समस्याओं को सम्बंधित विभागीय अधिकारी गंभीरता से लें. साथ ही शिकायतों पर की गयी कार्रवाई से सदस्यों को भी अवगत कराएं. उन्होंने कहा कि जो समस्यायें सदस्यों द्वारा उठाई जा रहीं हैं उनका समाधान होने के बाद सदस्यों को अवश्य अवगत कराया जाए. जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों तक मूलभूत आवश्यकताएं पहुचाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा. इसके लिये अधिकारियों को अपना सहयोग प्रदान करना चाहिए.