अल्मोड़ा: पिथौरागढ़ और चंपावत के दुर्गम इलाकों में नेटवर्क की समस्या को देखते हुए 16 मोबाइल टावर लगाने का कार्य बीएसएनएल को छोड़कर निजी कंपनी जिओ को मिल गया है. यह कार्य भारत सरकार के उपक्रम सार्वभौम सेवा दायित्व कोष (USOF) द्वारा जिओ को दिया गया है.
भारत सरकार का उपक्रम सार्वभौम सेवा दायित्व कोष (USOF) ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर संचार सेवा उपलब्ध कराने के लिए फंड मुहैया कराता है. बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) लगाने ठेका जियो को दिए जाने से इस क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रही सरकारी संचार कंपनी बीएसएनएल को झटका लगा है. एसएसए क्षेत्र में पहली बार बीटीएस लगाने का काम किसी निजी कंपनी को मिला है. बताया जा रहा है कि जिओ कंपनी ने पिथोरागढ़ ने सर्वेक्षण का कार्य भी शुरू कर दिया है.
बीएसएनएल के अल्मोड़ा एसएसए के महाप्रबंधक अनिल गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार ने पिथौरागढ़ जिले में नौ और चंपावत जिले में सात बीटीएस लगाने की स्वीकृति दे दी है. उन्होंने बताया कि यूएसएफ के तहत इस कार्य के लिए जो टेंडर जारी किया गया है. उसमें 4जी स्पेक्ट्रम की होना अनिवार्य किया गया है. बीएसएनएल के पास 4जी स्पेक्ट्रम नहीं होने के कारण यह टेंडर बीएसएनएल को नही मिल पाया.
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उन्होंने बताया कि इससे पहले यह कार्य बीएसएनएल को ही मिलता था. क्योंकि बाकी निजी क्षेत्र की कंपनियों के रेट ज्यादा होते थे और बीएसएनएल के रेट कम होते थे. उन्होंने बताया कि यहीं नहीं पूरे देशभर के दुर्गम क्षेत्रों 300 से ज्यादा टावर लगाने का कार्य जिओ को मिला है.