अल्मोड़ा: प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत इन दिनों अल्मोड़ा में अपने पैतृक गांव मोहनरी में ठंड का आनंद ले रहे हैं. इस दौरान गौरसैंण में विधानसभा सत्र न कराने को लेकर वे सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं. बीते दिनों रावत पहाड़ी फल गेंठी खाते और चाय बनाते हुए दिखे थे. अब वे काले भट्ट और मुनस्यारी का अखरोट खाते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में रावत बीजेपी सरकार को झूठ और फरेब की सरकार बता रहे हैं.
दरअसल, वीडियों में बीजेपी के सवाल का जबाब देते हुए हरदा कहते हैं कि भाजपा के दोस्तों ने सवाल किया है कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित न करने पर नेता प्रतिपक्ष की भी सहमति है, ये अपने आप में बहुत बड़ा झूठ है. यह ज्वलंत ऐसा झूठ है जिसका कोई पंख नहीं है. नेता प्रतिपक्ष मेरे मंत्रिमंडल में भी वित्त मंत्री थीं, उससे पहले भी वित्तमंत्री थीं यदि उनकी सहमति नहीं होती तो गैरसैंण में विधानसभा कैसे बनती.
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भाजपा के दोस्तों को एक और सलाह देते हुये रावत ने कहा कि कभी मेरे तरीके से एक काले भट्ट और मुनस्यारी का अखरोट खाएं तब देखें जो हिमोग्लोबिन भाजपा का घट गया वो बढ़ जाएगा. ये दोनों अखरोट दिल को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं. हो सके तो भटुआनी का भी इस्तेमाल करें. कल गैरसैंण में भी मैं उपवास का उपसहार गींठी और गैरसैंण की चाय की पत्तियों के सेवन के साथ करुंगा.
दरअसल बीते दिनों हरदा गेंठी खाते हाथ में ग्लास का वीडियो शेयर किए. जिसके बाद हरदा का वीडियो ट्विटर पर ट्रोल होने लगा. लोग हरदा के इस वीडियो में शराब का सेवन करने की बात कह रहे थे. जिसके बाद आज हरदा ने काले भट्ट और मुनस्यारी का अखरोट खाते हुए वीडियो में काली चाय बनाते हुए ट्रोल करने वालों को जबाब देते हुए दिखाई दे रहे हैं.
बता दें कि इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र गैरसैंण की बजाय देहरादून में आयोजित किया जा रहा है. सीएम त्रिवेंद्र ने ठंड का हवाला देते हुए देहरादून में विधानसभा सत्र आयोजित होने की बात कही है. मुख्यमंत्री का कहना है कि सर्दियों में गैरसैंण को लेकर सरकार का पुराना अनुभव ठीक नहीं है. सरकार में कई बुजुर्ग विधायक भी हैं, जिनकी बात सुननी जरूरी है. मुख्यमंत्री के इसी बयान के बाद से ही हरीश रावत सरकार पर लगातार हमलावर हैं.