रानीखेत: राज्यपाल बेबीरानी मौर्य बुधवार को रानीखेत पहुंची. जहां जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. रानीखेत भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने प्रसिद्ध झूला देवी मंदिर पहुंच कर दर्शन-पूजन किया और माता का आशीर्वाद लिया. इसके बाद राज्यपाल ने चिलियानौला स्थित हैड़ाखान बाबा मंदिर में पहुंचकर पूजन किया और बाबा हैड़ाखान का आशीर्वाद लिया. इसके साथ ही राज्यपाल ने बाबा हैड़ाखान चैरिटेबल एवं रिसर्च हॉस्पिटल का भ्रमण किया और वहां मौजूद सुविधाओं की जानकारी ली.
![Governor Baby Rani Maurya](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/uk-alm-03-governor-dry-uk10001_20012021175359_2001f_1611145439_287.jpg)
पत्रकारों से बातचीत में राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने कहा कि रानीखेत आकर वह काफी अभिभूत महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि रानीखेत क्षेत्र अपने आप में सौंदर्य से परिपूर्ण है और पर्यटन के क्षेत्र में इसका नाम देश-विदेश में लिया जाता है. राज्यपाल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जनपद में पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे है.
ये भी पढ़ें: CM ने ग्रीन बोनस पर केंद्र सरकार से की पैरवी, प्रीतम बोले- चार साल सोए क्यों थे?
दौरान राज्यपाल ने रानीखेत स्थित केआरसी वूलन रिहैबिलिटेशन के वूलन सेंटर में वीर नारियों द्वारा बनाए गए वूलन उत्पादों को देखा और उनकी सराहना की. इस केंद्र में बनाए गए शॉल, स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफलर को देखकर उन्होंने कहा कि वीर नारियों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है. राज्यपाल ने इसे महिला सशक्तिकरण का जीवन्त उदाहरण बताया.
राज्यपाल वन विश्राम गृह रानीखेत पहुंचीं. वन विश्राम गृह में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना समूह की महिलाओं द्वारा उनका स्वागत किया गया. राज्यपाल ने इस अवसर पर महिलाओं द्वारा लगाए गए स्टाल को देखा और सराहा.
महिला समूहों के उत्पादों की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिलाओं इस तरह के कार्य को देखकर उन्हें लगता है कि महिलाएं स्वरोजगार के क्षेत्र में क्रांति ला रही हैं. उन्होंने कहा कि कृषि, हथकरघा, बागवानी आदि क्षेत्र में उत्तराखंड की महिलाओं के कार्यों के लिये जितनी प्रशंसा की जाय वह कम ही है.