रानीखेत: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि चौबटिया उद्यान निदेशालय राज्य और उत्तराखंड की बड़ी धरोहर है. इसे देहरादून शिफ्ट करने का वह विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता में आई तो उद्यान और कृर्षि निदेशालयों के एकीकरण का फैसला बदल दिया जाए.
गौर हो कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने निजी दौरे के तहत रानीखत पहुंचे थे. यहां पत्रकार वार्ता में पूर्व उन्होंने कहा कि रानीखेत के प्राकृतिक सौंदर्य से वशीभूत होकर अंग्रेजों ने यहां छावनी बसाई, बाद में यह पर्यटन नगरी बनी. पर्वतीय क्षेत्र के औद्यानिकी विकास की अवधारणा को लेकर यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री पं. गोविंद बल्लभ पंत ने यहां उद्यान निदेशालय की स्थापना की. यह निदेशालय रानीखेत की शान से जुड़ा हुआ है. भाजपा सरकार नया तो कुछ कर नहीं रही है, लेकिन एक-एक कर पहाड़ से संस्थानों को शिफ्ट करने के प्रयास कर रही है. इसका वह विरोध करते हैं.
यदि उद्यान व कृषि विभाग का एकीकरण किया हुआ तो कांग्रेस सरकार यदि सत्ता में आई तो इस फैसले को बदल दिया जाएगा. उन्होंने रानीखेत से कार्यालयों को शिफ्ट किये जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि पहाड़ से पलायन रोकने के लिए सरकार के पास कोई नीति नहीं है. कांग्रेस हाईकमान को चुनाव पूर्व सीएम चेहरा घोषित करने के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि चेहरा कोई हो लक्ष्य चुनाव जीतना है. भाजपा रणनीति बनाकर चल रही है . चुनाव को मोदी बनाम स्थानीय किया जा रहा है.
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उनकी इस रणनीति को टक्कर देने के लिए लोकल मैन लोकल बनाम लोकल मुद्दे का उन्होंने सुझाव दिया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब जनरेशन चेंज का समय है यदि मेरे समय मे जनरेशन चेंज होता है तो बहुत अच्छा है. बहुत सी समस्याओं का समाधान निकल जायेगा. विधायक करन माहरा ने पूर्व सीएम हरीश रावत को समस्याओं से अवगत कराया. साथ ही कांग्रेस के समय में हुए विकास कार्यों का जिक्र किया.