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सोमेश्वर के जंगलों में लगी भीषण आग, फिर वन विभाग के दावे हुए फेल

अल्मोड़ा के जंगलों में मंगलवार सुबह लगी आग. तेज हवा और बढ़ते तापमान की वजह से बेकाबू हुई वनाग्नि.

जंगलों में लगी आग.
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Published : May 21, 2019, 3:15 PM IST

सोमेश्वर: अल्मोड़ा-ताकुला मोटर मार्ग के बिनसर अभ्यारण्य और गैराण देवता मन्दिर के आसपास के जंगलों की आग बेकाबू हो गई है. अब तक सैकड़ों हेक्टेयर वन क्षेत्र आग में स्वाहा हो चुके हैं. बढ़ती गर्मी और तेज हवाओं की वजह से आग और ज्यादा भड़क रही है. जंगलों में लगी आग के कारण तापमान में भी काफी वृद्धि होने के साथ ही आसपास का इलाका धुएं से भर गया है.

दरअसल, बिनसर अभ्यारण्य के संरक्षित वन क्षेत्र और पिलखा, पाटिया सहित बसौली के कई जंगलों में मंगलवार सुबह आग लग गई. सड़क किनारे के इन जंगलों में आग लगने के कारण यातायात भी प्रभावित हो रहा है. साथ ही आसपास के लोग दहशत में हैं. उन्हें डर है कि कहीं आग उनके घरों तक न पहुंच जाए. वनाग्नि से लाखों की वन सम्पदा जलकर राख हो गई है. वन विभाग सुबह से अबतक आग पर काबू नहीं पा सका है. आग और ज्यादा बढ़ती जा रही है.

अल्मोड़ा-ताकुला मोटर मार्ग से सटे जंगलों में लगी आग

पढ़ें- 1 जून से कर सकेंगे फूलों की घाटी का दीदार, यहां होगा कुदरत के करिश्मे का एहसास

ग्रामीणों का आरोप है कि वन महकमा जंगलों की आग को बुझाने में हर बार नाकाम साबित होता है. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारियों ने भी आग बुझाने में हाथ खड़े कर दिए हैं जबकि ग्रामीण संरक्षित वनों और आबादी में आग फैलने से रोकने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं. इसके अलावा वन्य जीवों और परिंदों के आशियाने सहित उनके जीवन पर भी संकट छाया हुआ है.

सोमेश्वर: अल्मोड़ा-ताकुला मोटर मार्ग के बिनसर अभ्यारण्य और गैराण देवता मन्दिर के आसपास के जंगलों की आग बेकाबू हो गई है. अब तक सैकड़ों हेक्टेयर वन क्षेत्र आग में स्वाहा हो चुके हैं. बढ़ती गर्मी और तेज हवाओं की वजह से आग और ज्यादा भड़क रही है. जंगलों में लगी आग के कारण तापमान में भी काफी वृद्धि होने के साथ ही आसपास का इलाका धुएं से भर गया है.

दरअसल, बिनसर अभ्यारण्य के संरक्षित वन क्षेत्र और पिलखा, पाटिया सहित बसौली के कई जंगलों में मंगलवार सुबह आग लग गई. सड़क किनारे के इन जंगलों में आग लगने के कारण यातायात भी प्रभावित हो रहा है. साथ ही आसपास के लोग दहशत में हैं. उन्हें डर है कि कहीं आग उनके घरों तक न पहुंच जाए. वनाग्नि से लाखों की वन सम्पदा जलकर राख हो गई है. वन विभाग सुबह से अबतक आग पर काबू नहीं पा सका है. आग और ज्यादा बढ़ती जा रही है.

अल्मोड़ा-ताकुला मोटर मार्ग से सटे जंगलों में लगी आग

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ग्रामीणों का आरोप है कि वन महकमा जंगलों की आग को बुझाने में हर बार नाकाम साबित होता है. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारियों ने भी आग बुझाने में हाथ खड़े कर दिए हैं जबकि ग्रामीण संरक्षित वनों और आबादी में आग फैलने से रोकने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं. इसके अलावा वन्य जीवों और परिंदों के आशियाने सहित उनके जीवन पर भी संकट छाया हुआ है.

Intro:सोमेश्वर घाटी और ताकुला बसौली क्षेत्र के जंगलों के जलने के सिलसिला जारी है अब तक सैकड़ों हेक्टेयर वन क्षेत्र आग में स्वाहा हो चुके हैं। बढ़ती गर्मी और तेज हवाओं ने आग में घी का काम किया है जिससे वनाग्नि ने विकराल रूप ले लिया है। बिनसर अभ्यारण्य के संरक्षित वन क्षेत्र और पिलखा, पाटिया सहित बसौली के कई जंगल मंगलवार सुबह से धधक रहे हैं। सड़क किनारे के इन जंगलों में आग लगने के कारण यातायात भी प्रभावित हो रहा है सुर आसपास के ग्रामीण दहशत में हैं।Body:सोमेश्वर। ताकुला विकास खण्ड के अंतर्गत वन विनसर अभ्यारण्य से सटे बिनसर और पटिया गांव के जंगल पिछले कई घण्टों से धू-धू कर जल रहे हैं। दावाग्नि से लाखों की वन सम्पदा जलकर राख हो रही है और वन विभाग आग पर काबू पाने में नाकाम सिद्ध हो रहा है। इन जंगलों में मंगलवार सुबह से आग धधक रही है जिस कारण तापमान में वृद्धि और आसमान में धुंए की धुंध से भी लोग परेशान हैं। अल्मोड़ा-ताकुला मोटर मार्ग में बिनसर अभ्यारण्य और गैराण देवता मन्दिर के आस पास के जंगलों की आग बेकाबू हो गई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि वन महकमा जंगलों की आग को नही बुझा पता है और दावाग्नि से ग्रामीणों के आरक्षित वन क्षेत्र तथा वन पंचायतें भी जलकर राख हो रहे हैं। इसके अलावा वन्य जीवों और परिंदों के आशियाने सहित उनके जीवन पर भी संकट छाया हुआ है।
वन विभाग के कर्मचारियों ने भी आग बुझाने में हाथ खड़े कर दिए हैं जबकि ग्रामीण संरक्षित वनों और आबादी में आग फैलने से रोकने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। तेज हवाओं के चलते आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है।Conclusion:
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