अल्मोड़ा: कश्मीर के बाद उत्तराखंड में केसर की खेती को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे किसान आत्मनिर्भर बन सकें. बीते दिनों अल्मोड़ा के जीबी पंत पर्यावरण व सतत विकास संस्थान के परीक्षण में केसर के चौंकाने वाले नतीजे सामने आ चुके हैं. जिले के तीन विकासखंडों में कश्मीर के केसर का सफल ट्रायल हुआ. जिसके बाद अब उद्यान विभाग केसर की खेती को इस वर्ष जिले के सभी विकासखंड में बढ़ावा देने की कवायद में जुट गया है. अभी तक उद्यान विभाग ने लमगड़ा, हवालबाग और ताड़ीखेत ब्लॉक में केसर का परीक्षण किया था. जहां केसर की सफल खेती हुई है.
इस खबर के बाद से जहां उद्यान विभाग खुश है तो वहीं किसान भी उत्साहित नजर आ रहे हैं. इस वर्ष पूरे जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कश्मीर का केसर महकेगा. जिससे किसानों की आय में इजाफा होगा. अब उद्यान विभाग किसानों की आय बढ़ाने के लिए जिले के 11 विकासखंडों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इस वर्ष 2021 में केसर की खेती करने में जुटा हुआ है.
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मुख्य उद्यान अधिकारी टीएन पांडे ने बताया कि अभी तक केसर के उत्पादन के लिए कश्मीर ही देशभर में प्रसिद्ध था लेकिन, अब उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों की आबोहवा भी केसर के लिए उपयुक्त पाई गई है. अल्मोड़ा स्थित जीबी पंत हिमालयी पर्यावरण संस्थान ने केसर को लेकर सफल शोध के बाद अल्मोड़ा जिले में पहले चरण में उद्यान विभाग द्वारा तीन ब्लॉकों में तीन कुंतल केसर के बल्ब कश्मीर से मंगाकर लगाये गए थे. जिसके परिणाम बेहतर आए हैं.