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अल्मोड़ा का ऐतिहासिक दशहरा, यहां एक दो नहीं रावण समेत उसके कुल के 15 पुतलों का किया जाता है दहन

Dussehra festival celebrated in Almora अल्मोड़ा में रावण दहन से पहले रावण के परिवार को बाजार का भ्रमण कराया गया है. इसके बाद 15 कलात्मक पुतलों का दहन एसएसजे के जंतु विज्ञान विभाग के मैदान में किया जाएगा. इसी बीच देश- विदेश से आए सैलानी दशहरा महोत्सव का लुत्फ उठाते नजर आए.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 24, 2023, 6:41 PM IST

Updated : Oct 24, 2023, 7:31 PM IST

अल्मोड़ा का ऐतिहासिक दशहरा

अल्मोड़ा: सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा का ऐतिहासिक दशहरा महोत्सव उत्तराखंड में ही नहीं, बल्कि पूरे देश और विदेश में प्रसिद्ध है. असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक कहे जाने वाले दशहरा पर्व पर रावण के परिवार के 15 कलात्मक पुतलों का निमार्ण स्थानीय कलाकारों द्वारा किया गया है. मॉल रोड पर नगर पालिका की पार्किंग के पास सभी पुतलों को एकत्रित किया गया, जिन्हें बाजार मार्ग के लिए रवाना किया गया. इसमें नंदा देवी रामलीला कमेटी की ओर से बनाई गई भगवान श्री राम की झांकी भी शामिल हुई. पुतलों को सोबन सिंह जीना परिसर के जंतु विज्ञान विभाग के मैदान में ले जाया गया, जहां देर रात इन पुतलों का दहन किया जाएगा.

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अल्मोड़ा पहले रावण के परिवार को बाजार का कराया गया भ्रमण

अल्मोड़ा के दशहरा महोत्सव को देखने पहुंचते हैं देश विदेश से पर्यटक: इन पुतलों के सबसे पीछे नंदा देवी रामलीला कमेटी का भगवान श्री राम का डोला शोभामान था. अल्मोड़ा का दशहरा साम्प्रदायिकता सौहार्द का प्रतीक है. इस दौरान अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा ने कहा कि अल्मोड़ा के दशहरा महोत्सव को देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं. स्थानीय कलाकारों द्वारा अल्मोड़ा में बनाये जाने वाले रावण परिवार के पुतले कलात्मकता होते हैं. ऐसी कलात्मकता पूरे देश में कही भी नहीं दिखाई देती. उन्होंने सभी देश और प्रदेशवासियों को दशहरा की बधाई दी.

ूDussehra festival celebrated in Almora
भगवान श्री राम की निकाली गई झांकी

ये भी पढ़ें: अल्मोड़ा की ऐतिहासिक रामलीला है खास, नृत्य सम्राट उदयशंकर भी रहे प्रभावित, 1860 में बद्रेश्वर मंदिर से हुआ मंचन

एसएसजे के जंतु विज्ञान विभाग के मैदान में होगा रावण दहन: अल्मोड़ा दशहरा समिति के अध्यक्ष अजीत कार्की ने कहा कि स्थान की कमी के कारण इस वर्ष रावण परिवार के केवल 15 पुतलों का निर्माण विभिन्न पुतला समितियों ने किया है. अल्मोड़ा का दशहरा पूरे देश में हिमाचल के कुल्लू और मनाली के बाद तीसरे स्थान पर है. उन्होंने कहा कि पुतलों को बाजार मार्ग से होते हुए एसएसजे के जंतु विज्ञान विभाग के मैदान में दहन किया जाएगा. वहीं रावण का बध नंदा देवी रामलीला के डोले में शोभायमान श्री राम करेंगे.

ये भी पढ़ें: फिल्मी सितारों से सजी रामनगरी की डिजिटल रामलीला, आप भी देखें...

अल्मोड़ा का ऐतिहासिक दशहरा

अल्मोड़ा: सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा का ऐतिहासिक दशहरा महोत्सव उत्तराखंड में ही नहीं, बल्कि पूरे देश और विदेश में प्रसिद्ध है. असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक कहे जाने वाले दशहरा पर्व पर रावण के परिवार के 15 कलात्मक पुतलों का निमार्ण स्थानीय कलाकारों द्वारा किया गया है. मॉल रोड पर नगर पालिका की पार्किंग के पास सभी पुतलों को एकत्रित किया गया, जिन्हें बाजार मार्ग के लिए रवाना किया गया. इसमें नंदा देवी रामलीला कमेटी की ओर से बनाई गई भगवान श्री राम की झांकी भी शामिल हुई. पुतलों को सोबन सिंह जीना परिसर के जंतु विज्ञान विभाग के मैदान में ले जाया गया, जहां देर रात इन पुतलों का दहन किया जाएगा.

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अल्मोड़ा पहले रावण के परिवार को बाजार का कराया गया भ्रमण

अल्मोड़ा के दशहरा महोत्सव को देखने पहुंचते हैं देश विदेश से पर्यटक: इन पुतलों के सबसे पीछे नंदा देवी रामलीला कमेटी का भगवान श्री राम का डोला शोभामान था. अल्मोड़ा का दशहरा साम्प्रदायिकता सौहार्द का प्रतीक है. इस दौरान अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा ने कहा कि अल्मोड़ा के दशहरा महोत्सव को देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं. स्थानीय कलाकारों द्वारा अल्मोड़ा में बनाये जाने वाले रावण परिवार के पुतले कलात्मकता होते हैं. ऐसी कलात्मकता पूरे देश में कही भी नहीं दिखाई देती. उन्होंने सभी देश और प्रदेशवासियों को दशहरा की बधाई दी.

ूDussehra festival celebrated in Almora
भगवान श्री राम की निकाली गई झांकी

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एसएसजे के जंतु विज्ञान विभाग के मैदान में होगा रावण दहन: अल्मोड़ा दशहरा समिति के अध्यक्ष अजीत कार्की ने कहा कि स्थान की कमी के कारण इस वर्ष रावण परिवार के केवल 15 पुतलों का निर्माण विभिन्न पुतला समितियों ने किया है. अल्मोड़ा का दशहरा पूरे देश में हिमाचल के कुल्लू और मनाली के बाद तीसरे स्थान पर है. उन्होंने कहा कि पुतलों को बाजार मार्ग से होते हुए एसएसजे के जंतु विज्ञान विभाग के मैदान में दहन किया जाएगा. वहीं रावण का बध नंदा देवी रामलीला के डोले में शोभायमान श्री राम करेंगे.

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Last Updated : Oct 24, 2023, 7:31 PM IST
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