सोमेश्वर: शहर में राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम (National Tuberculosis Control Program) के तहत 'दस्तक अभियान' (Dastak Campaign) की शुरुआत की गई है. जिसके तहत सोमेश्वर में कर्मचारी गांव-गांव जाकर संभावित रोगियों का चिन्हीकरण कर उन्हें इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं.
सोमेश्वर में भारत को क्षयरोग मुक्त बनाने के संकल्प को लेकर दस्तक अभियान की शुरुआत की गई है. राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकार के निर्देशों पर भारत को टीबी मुक्त बनाने का अभियान चलाया गया है.
ताकुला ब्लॉक में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. दीपांकर डेनियल के नेतृत्व में 'दस्तक अभियान चलाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर हिमांशु वर्मा की देखरेख में आशा, एएनएम, समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की सहायता से घर-घर भ्रमण किया गया. इस दौरान क्षय रोग के लक्षण, जांच और उपचार के संबंध में लोगों को जागरूक करने के साथ ही संदिग्ध एवं सक्रिय क्षय रोगियों का चिन्हीकरण किया जा रहा है.
सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर हिमांशु वर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि उनकी टीम ने सोमेश्वर क्षेत्र के लोदघाटी, मनसा घाटी, न्याय पंचायत चनौदा, बसोली और ताकुला क्षेत्र के कई गांवों का भ्रमण कर संभावित क्षय रोगियों का चिन्हीकरण किया. उन्हें बलगम की जांच के लिए नजदीकी बलगम जांच केंद्र सोमेश्वर और ताकुला भेजा जा रहा है. माइक्रो स्कोपिस्ट महेन्द्र सिंह अल्मिया ने बताया कि वर्तमान तक 24 बलगम के नमूनों की जांच की गई है.
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वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. आनंद नारायण तिवारी ने बताया कि 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने और दस्तक अभियान को सफल करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. जिससे पूर्व में कुछ आशा कार्यकर्ताओं को उनके द्वारा प्रशिक्षित किया गया है.