रानीखेत: कुमाऊं रेजिमेंट मुख्यालय के पहले कमांडेंट कर्नल राम सिंह का 102 साल की आयु में शनिवार को जयपुर में निधन हो गया है. कमांडेंट कर्नल केआरसी के पहले कमांडेंट कर्नल थे. वे राजस्थान के रहने वाले थे और उन्हें रानीखेत से गहरा लगाव था. इस वजह से वे सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद भी लंबे समय तक रानीखेत में ही रहे.
गौर हो कि 1959 से 1961 तक कमांडेंट कर्नल राम सिंह कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर के कमांडेंट पद पर रहे. कमांडेंट कर्नल राम सिंह के प्रयासों से ही पहली बार भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट को ध्वज मिला था. राम सिंह मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले थे और वे रिटायर्ड के बाद रानीखेत में ही रहे. चार साल पूर्व उनके परिजन उन्हें अपने साथ जयपुर ले गए और वही उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली.
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सेवानिवृत्त ले. जनरल मोहन चंद्र भंडारी ने बताया कि उनके नेतृत्व में पहली बार कुमाऊं रेजिमेंट को 1961 में ध्वज प्रदान किया था, जो भारतीय सेना को मिलने वाला पहला ध्वज था. इस दौरान राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद स्वयं रानीखेत आये उन्होंने 4 कुमाऊं रेजिमेंट को ध्वज प्रदान किया था.