अल्मोड़ा: लमगड़ा स्थित जिला सहकारी बैंक में 72 लाख की धोखाधड़ी करने वाले पूर्व कैशियर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साल 2018 में धोखाधड़ी की भनक लगने के बाद बैंक के उप महाप्रबंधक ने जांच के बाद लमगड़ा थाने में आरोपी कैशियर और तत्कालीन शाखा प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जिसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बुधवार को कैशियर को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस अन्य दो आरोपियों की तलाश में जुटी है.
दरअसल, लमगड़ा के जिला सहकारी बैंक में काफी लंबे समय से धोखाधड़ी का खेल खेला जा रहा था. इस मामले की बैंक अधिकारियों को जब भनक लगी तो बैंक के उप महाप्रबंधक रामविलास ने पूरे मामले की जांच की. इसमें पाया गया कि कैशियर ने तत्कालीन शाखा प्रबंधकों के साथ मिलकर 72 लाख रुपये से ज्यादा की धनराशि का घपला किया है.
धोखाधड़ी के मामले में लमगड़ा थाने में दो अलग-अलग मुकदमे दिसंबर 2018 में दर्ज कराये गये. पहले मुकदमे में तत्कालीन शाखा प्रबंधक ममता शैलेश चंद्र और कैशियर जीवन सिंह पर बहुउद्देशीय प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समिति मोतियापाथर और चाय खान का 44,85,400 रुपये हड़पने का आरोप था. दूसरे मुकदमे में तत्कालीन शाखा प्रबंधक संजय नौडियाल, ममता शैलेश जैन और कैशियर जीवन सिंह पर खाताधारकों के एफडीआर और बचत खातों से 27,53,725 रुपये की हेरफेर का मुकदमा दर्ज किया गया था.
इसके बाद पुलिस ने एक आरोपी कैशियर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वही शाखा प्रबंधक की भी जांच की जा रही है. एसएसपी पी एन मीणा ने बताया कि इस धोखाधड़ी में बैंक के तत्कालीन कैशियर को गिताफ्तार कर लिया गया है. शाखाप्रबंधक को भी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.