ETV Bharat / state

अल्मोड़ा में आपदा पीड़ितों से मिले CM धामी, मृतका की मां ने मांगी सरकारी नौकरी - हरीश रावत पर पुष्कर धामी का बयान

उत्तराखंड में आसमानी आफत से बरपे कहर के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार एक्टिव हैं. आज सीएम धामी अल्मोड़ा पहुंचकर आपदा प्रभावितों से मिले और नुकसान का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने हरीश रावत पर पलटवार किया.

cm pushkar singh dhami
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
author img

By

Published : Oct 23, 2021, 6:40 PM IST

Updated : Oct 23, 2021, 7:09 PM IST

अल्मोड़ाः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को अल्मोड़ा में आपदा से मृत लोगों के परिजनों से मिले. इस दौरान सीएम धामी ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी. साथ ही उन्होंने परिजनों को सरकार से हरसंभव मदद दिए जाने का आश्वसान दिया. वहीं, पूर्व सीएम हरीश रावत पर भी निशाना साधा.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज दोपहर करीब 3 बजे हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन हेलीपेड पहुंचे, जिसके बाद वो कार से काफिले के साथ हीराडुंगरी एनटीडी निवासी आपदा प्रभावित रेखा सिंह के आवास पर पहुंचे. सीएम ने रेखा देवी की बेटी अरोमा सिंह के मलबे में दबने के कारण हुई मृत्यु पर उनकी माता से मिलकर गहरा दुःख व शोक संवेदना व्यक्त की.

मृतका अरोमा सिंह की मां ने मांगी नौकरीः वहीं, सीएम धामी ने डीएम समेत मौके पर मौजूद अधिकारियों को आपदा प्रभावितों की समस्याओं को प्रमुखता से निस्तारण करने और उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए. इधर, मृतका अरोमा सिंह की मां रेखा सिंह ने सरकार से परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की. उनका कहना है कि पहले से उनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है. अब आपदा के बाद हुए नुकसान से स्थिति और बदहाल हो गई है.

आपदा प्रभावितों से मिले सीएम पुष्कर धामी.

इसके बाद मुख्यमंत्री ने ग्राम सिराड पहुंचकर चंदन सिंह की पत्नी लीला देवी के मलबे में दब जाने से मृत्यु होने पर उनके परिवारजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की और परिजनों से बात कर उनकी पीड़ा जानी. इसके साथ ही उन्होंने नुकसान का जायजा लिया और परिजनों की समस्याएं सुनीं.

ये भी पढ़ेंः सीएम ने पिथौरागढ़ आपदा पीड़ितों को बांटी ₹23 लाख की धनराशि, बारिश से नुकसान का लिया ब्यौरा

मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर कहा कि अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार हरसम्भव सहायता कर रही है. आपदा के समय सरकार हर पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है और सभी लोग अपने-अपने स्तर से काम कर रहे हैं. उन्होंने आपदा प्रभावित स्थलों का मुआयना करते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा मद से इन स्थलों पर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाए.

ये भी पढ़ेंः सीएम का चंपावत दौरा: आपदा प्रभावितों का दर्द बांटने पहुंचे धामी, पूरी मदद का भरोसा

इसके बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस लाइन में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की और राहत एवं बचाव कार्यों में लापरवाही न बरते जाने और बचाव व राहत कार्यों में तेजी से काम किये जाने के निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिए कि शीघ्र आपदा प्रभावित इलाकों में राशन व्यवस्था समेत मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था की जाए. जिन परिवारों को विस्थापित किया जाना है उनके लिए स्थान का जल्द से जल्द चयन कर उन्हें विस्थापित की जाने की कार्रवाई की जाए. संचार, सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं समेत सभी व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए, जिससे लोगों को मुसीबत का सामना न करना पड़े. मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 7 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए.

ये भी पढ़ेंः आपदा पीड़ितों ने मंत्री के पैरों में गिरकर लगाई मदद की गुहार, बीजेपी विधायक की शिकायत

बैठक में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सीएम को बताया कि राष्ट्रीय मार्ग व राज्य मार्ग यातायात के लिए खोल दिए गये हैं. ग्रामीण क्षेत्र की बंद सड़कों को 26 अक्टूबर तक रूप से खोल दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि आपदा से हुए नुकसान में सभी को मुआवजा वितरित कर दिया गया है. जनपद में आपदा राहत कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. सड़क, पैदल मार्ग, पेयजल लाइन, संचार व विद्युत आपूर्ति का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है और सभी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

हरीश रावत आपदा के बाद हुए गायबः मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आपदा के बाद आई अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है. केंद्र सरकार स्वयं इसका संज्ञान ले रही है. वहीं, पूर्व सीएम हरीश रावत की ओर से सरकार पर लगाए जा रहे विफलता के आरोपों के जवाब में सीएम धामी ने कहा कि हरीश रावत खुद आपदा आने के बाद 5 से 6 दिन तक गायब थे. देश के विकास के लिए युवा काम कर रहे हैं, ऐसे में हरीश रावत को उनका उत्साह बढ़ाना चाहिए.

अल्मोड़ाः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को अल्मोड़ा में आपदा से मृत लोगों के परिजनों से मिले. इस दौरान सीएम धामी ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी. साथ ही उन्होंने परिजनों को सरकार से हरसंभव मदद दिए जाने का आश्वसान दिया. वहीं, पूर्व सीएम हरीश रावत पर भी निशाना साधा.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज दोपहर करीब 3 बजे हेलीकॉप्टर से पुलिस लाइन हेलीपेड पहुंचे, जिसके बाद वो कार से काफिले के साथ हीराडुंगरी एनटीडी निवासी आपदा प्रभावित रेखा सिंह के आवास पर पहुंचे. सीएम ने रेखा देवी की बेटी अरोमा सिंह के मलबे में दबने के कारण हुई मृत्यु पर उनकी माता से मिलकर गहरा दुःख व शोक संवेदना व्यक्त की.

मृतका अरोमा सिंह की मां ने मांगी नौकरीः वहीं, सीएम धामी ने डीएम समेत मौके पर मौजूद अधिकारियों को आपदा प्रभावितों की समस्याओं को प्रमुखता से निस्तारण करने और उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए. इधर, मृतका अरोमा सिंह की मां रेखा सिंह ने सरकार से परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की. उनका कहना है कि पहले से उनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है. अब आपदा के बाद हुए नुकसान से स्थिति और बदहाल हो गई है.

आपदा प्रभावितों से मिले सीएम पुष्कर धामी.

इसके बाद मुख्यमंत्री ने ग्राम सिराड पहुंचकर चंदन सिंह की पत्नी लीला देवी के मलबे में दब जाने से मृत्यु होने पर उनके परिवारजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की और परिजनों से बात कर उनकी पीड़ा जानी. इसके साथ ही उन्होंने नुकसान का जायजा लिया और परिजनों की समस्याएं सुनीं.

ये भी पढ़ेंः सीएम ने पिथौरागढ़ आपदा पीड़ितों को बांटी ₹23 लाख की धनराशि, बारिश से नुकसान का लिया ब्यौरा

मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर कहा कि अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार हरसम्भव सहायता कर रही है. आपदा के समय सरकार हर पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है और सभी लोग अपने-अपने स्तर से काम कर रहे हैं. उन्होंने आपदा प्रभावित स्थलों का मुआयना करते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा मद से इन स्थलों पर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाए.

ये भी पढ़ेंः सीएम का चंपावत दौरा: आपदा प्रभावितों का दर्द बांटने पहुंचे धामी, पूरी मदद का भरोसा

इसके बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस लाइन में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की और राहत एवं बचाव कार्यों में लापरवाही न बरते जाने और बचाव व राहत कार्यों में तेजी से काम किये जाने के निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिए कि शीघ्र आपदा प्रभावित इलाकों में राशन व्यवस्था समेत मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था की जाए. जिन परिवारों को विस्थापित किया जाना है उनके लिए स्थान का जल्द से जल्द चयन कर उन्हें विस्थापित की जाने की कार्रवाई की जाए. संचार, सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं समेत सभी व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए, जिससे लोगों को मुसीबत का सामना न करना पड़े. मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 7 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए.

ये भी पढ़ेंः आपदा पीड़ितों ने मंत्री के पैरों में गिरकर लगाई मदद की गुहार, बीजेपी विधायक की शिकायत

बैठक में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सीएम को बताया कि राष्ट्रीय मार्ग व राज्य मार्ग यातायात के लिए खोल दिए गये हैं. ग्रामीण क्षेत्र की बंद सड़कों को 26 अक्टूबर तक रूप से खोल दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि आपदा से हुए नुकसान में सभी को मुआवजा वितरित कर दिया गया है. जनपद में आपदा राहत कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. सड़क, पैदल मार्ग, पेयजल लाइन, संचार व विद्युत आपूर्ति का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है और सभी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

हरीश रावत आपदा के बाद हुए गायबः मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आपदा के बाद आई अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है. केंद्र सरकार स्वयं इसका संज्ञान ले रही है. वहीं, पूर्व सीएम हरीश रावत की ओर से सरकार पर लगाए जा रहे विफलता के आरोपों के जवाब में सीएम धामी ने कहा कि हरीश रावत खुद आपदा आने के बाद 5 से 6 दिन तक गायब थे. देश के विकास के लिए युवा काम कर रहे हैं, ऐसे में हरीश रावत को उनका उत्साह बढ़ाना चाहिए.

Last Updated : Oct 23, 2021, 7:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.