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कोसी नदी को बचाने के लिए अल्मोड़ा में चला स्वच्छता महाअभियान, 51 किलोमीटर तक हुई सफाई

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Published : Nov 8, 2022, 12:32 PM IST

जीवनदायिनी कोसी नदी के संरक्षण को लेकर जिला प्रशासन ने अल्मोड़ा में स्वच्छता का महाअभियान चलाया. इसके तहत कोसी नदी में 4 हजार स्वयंसेवकों ने 51 किमी नदी तट के किनारे सफाई कर लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया. इस दौरान 28 सौ किलोग्राम कूड़ा भी एकत्र किया गया.

Cleanliness campaign
कोसी नदी समाचार

अल्मोड़ा: अल्मोड़ा की डीएम वंदना ने कोसी नदी को बचाने के लिए कोसी से महाअभियान की शुरुआत की. इस स्वच्छता महाअभियान की शुरुआत कोसी बाजार स्थित नदी तट पर डीएम वंदना ने उपस्थित सभी स्वयंसेवकों एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों को शपथ दिलाकर की. इसके बाद कोसी से काटली नामक स्थान तक जगह-जगह स्वच्छता अभियान चलाया गया. पूरे क्षेत्र को 62 सेक्टरों में बांटा गया था. अभियान में स्कूली बच्चे, आईटीबीपी, पुलिस, एसडीआरएफ, रेडक्रास सहित क्षेत्र के ग्रामीणों की भी भागीदारी रही. उन्होंने नदी किनारे कूड़े, कचरे की सफाई की. वहीं पॉलीथिन, बोतलें आदि सूखा कूड़े को एकत्र किया. स्वच्छता को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया.

इस स्वच्छता अभियान में पहुंचे जिले के एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने भी कूड़ा एकत्रित किया तथा लोगों से अपील की कि सभी अपना यहां के कूड़े को निर्धारित स्थल पर ही डालें.

kosi river news
कोसी नदी सफाई अभियान

इस दौरान डीएम ने सफाई अभियान हेतु बनाये गये विभिन्न सेक्टरों का भ्रमण किया तथा स्वच्छता अभियान का निरीक्षण करते हुए स्वयं भी अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. स्कूली बच्चों ने स्वच्छता अभियान में भारी उत्साह से कार्य किया. जिलाधिकारी ने कोसी बैराज क्षेत्र में पहुंचकर नदी किनारे जमा कूड़े को एकत्र किया तथा अभियान में लगे हुए सभी स्वयंसेवकों के कार्य की सराहना की. इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने भी स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया तथा उन्होंने स्वयं भी कूड़ा एकत्रित कर लोगों से नदियों की स्वच्छता बनाए रखने की अपील की.

kosi river news
प्रशासनिक अधिकारियों ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया

कोसी स्वच्छता महाअभियान के दौरान कोसी बाजार से महतगांव तक कई स्थानों पर कूड़े को एकत्र कर खुले में जला दिया गया. नदियों के किनारे, मुख्य मोटर मार्ग के किनारे पर जहरीला कूड़ा जल रहा था. पूरे क्षेत्र में जलते कूड़े का धुआं आसानी से देखा जा सकता था. अभियान को संचालित कर रहे अधिकारी स्वयंसेवकों को यह पाठ पढ़ाना भूल गए कि कूड़े को जलाना प्रतिबंधित है.
ये भी पढ़ें: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज, हरिद्वार बदरीनाथ में बंद हुए मठ मंदिरों के कपाट

जिले के अंतर्गत कोसी नदी के 51 किमी में (कांटली से क्वारब) यह स्वच्छता अभियान चलाया गया. पूरे क्षेत्र को 31 जोन तथा नदी के दाईं एवं बाएं ओर 62 सेक्टरों में विभाजित किया गया. साथ ही सभी 62 सेक्टरों के लिए 62 सेक्टर अधिकारी नियुक्त किए गए.

अल्मोड़ा: अल्मोड़ा की डीएम वंदना ने कोसी नदी को बचाने के लिए कोसी से महाअभियान की शुरुआत की. इस स्वच्छता महाअभियान की शुरुआत कोसी बाजार स्थित नदी तट पर डीएम वंदना ने उपस्थित सभी स्वयंसेवकों एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों को शपथ दिलाकर की. इसके बाद कोसी से काटली नामक स्थान तक जगह-जगह स्वच्छता अभियान चलाया गया. पूरे क्षेत्र को 62 सेक्टरों में बांटा गया था. अभियान में स्कूली बच्चे, आईटीबीपी, पुलिस, एसडीआरएफ, रेडक्रास सहित क्षेत्र के ग्रामीणों की भी भागीदारी रही. उन्होंने नदी किनारे कूड़े, कचरे की सफाई की. वहीं पॉलीथिन, बोतलें आदि सूखा कूड़े को एकत्र किया. स्वच्छता को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया.

इस स्वच्छता अभियान में पहुंचे जिले के एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने भी कूड़ा एकत्रित किया तथा लोगों से अपील की कि सभी अपना यहां के कूड़े को निर्धारित स्थल पर ही डालें.

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कोसी नदी सफाई अभियान

इस दौरान डीएम ने सफाई अभियान हेतु बनाये गये विभिन्न सेक्टरों का भ्रमण किया तथा स्वच्छता अभियान का निरीक्षण करते हुए स्वयं भी अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. स्कूली बच्चों ने स्वच्छता अभियान में भारी उत्साह से कार्य किया. जिलाधिकारी ने कोसी बैराज क्षेत्र में पहुंचकर नदी किनारे जमा कूड़े को एकत्र किया तथा अभियान में लगे हुए सभी स्वयंसेवकों के कार्य की सराहना की. इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने भी स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया तथा उन्होंने स्वयं भी कूड़ा एकत्रित कर लोगों से नदियों की स्वच्छता बनाए रखने की अपील की.

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प्रशासनिक अधिकारियों ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया

कोसी स्वच्छता महाअभियान के दौरान कोसी बाजार से महतगांव तक कई स्थानों पर कूड़े को एकत्र कर खुले में जला दिया गया. नदियों के किनारे, मुख्य मोटर मार्ग के किनारे पर जहरीला कूड़ा जल रहा था. पूरे क्षेत्र में जलते कूड़े का धुआं आसानी से देखा जा सकता था. अभियान को संचालित कर रहे अधिकारी स्वयंसेवकों को यह पाठ पढ़ाना भूल गए कि कूड़े को जलाना प्रतिबंधित है.
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जिले के अंतर्गत कोसी नदी के 51 किमी में (कांटली से क्वारब) यह स्वच्छता अभियान चलाया गया. पूरे क्षेत्र को 31 जोन तथा नदी के दाईं एवं बाएं ओर 62 सेक्टरों में विभाजित किया गया. साथ ही सभी 62 सेक्टरों के लिए 62 सेक्टर अधिकारी नियुक्त किए गए.

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