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उत्तराखंडः क्रिसमस पर चर्चों में उमड़ा हुजूम, प्रभु यीशु की प्रार्थना कर मांगी विश - merry christmas 2019

उत्तराखंड में प्रभु यीशु का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस दौरान विशेष प्रार्थना की गई. जिसमें ईसाई समुदाय के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और विभिन्न चर्चों में पहुंचकर क्रिसमस की बधाई दी.

christmas
क्रिसमस पर्व
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Published : Dec 25, 2019, 11:49 PM IST

अल्मोड़ा/नैनीताल/मसूरी/गदरपुरः पूरे देश और विश्वभर में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी प्रभु यीशु का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस दौरान विशेष प्रार्थना की गई. जिसमें ईसाई समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और विभिन्न चर्चों में पहुंचकर क्रिसमस की बधाई दी. वहीं, अल्मोडा, नैनीताल, मसूरी समेत कई जगहों पर सुबह से चर्चों में भीड़ उमड़ी रही.

अल्मोड़ा में भी क्रिसमस की धूम रही. नगर के ऐतिहासिक बडन मैमोरियल चर्च में प्रभु यीशु मसीह के जन्म दिवस पर विशेष प्रार्थना की गई. शहर के बीचोंबीच ब्रिटिश काल में बना बडन मेमोरियल चर्च 119 साल पुराना है. अल्मोड़ा मिशन के पादरी रहे रेवरन जेएच बडन की याद में उनके परिवारजनों ने उन्नीसवीं शताब्दी में इस चर्च का निर्माण कराया था.

उत्तराखंड में क्रिसमस की धूम.

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यह चर्च दो मार्च 1897 को बनकर तैयार हुआ था. ऐतिहासिक और बेजोड़ वास्तुकला के कारण बडन मेमोरियल चर्च आज भी शहर की शान और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. चालीस मीटर लंबे और तीस मीटर ऊंचे चर्च की खासियत यह है कि इसमें तीन सौ से ज्यादा लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं.

नैनीताल
सरोवर नगरी नैनीताल एक बार फिर क्रिसमस के त्योहार पर पर्यटकों की आमद से गुलजार रही. नगर के सभी चर्चों और कैपलों को खूबसूरत तरीके से सजाया गया. नैनीताल पहुंचे पर्यटकों ने भी क्रिसमस के त्योहार को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया. इस दौरान विभिन्न होटल व्यवसायियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ क्रिसमस की झांकियां निकाली.

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पर्यटकों का कहना है कि वे हर साल क्रिसमस के त्योहार को मनाने के लिए यहां पहुंचते हैं. उन्हें नैनीताल पहुंचकर बेहद सुकून मिलता है. यही कारण है कि वे हर साल क्रिसमस के मौके पर नैनीताल आना नहीं भूलते हैं.

मसूरी
पहाड़ों की रानी मसूरी में भी क्रिसमस का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. इस मौके पर गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. ईसाई समुदाय के लोगों ने अन्य समुदाय के लोगों के साथ मिलकर केक काटकर और एक-दूसरे को खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस 28 दिसंबर को निकालेगी 'भारत बचाओ, संविधान बचाओ' रैली

गदरपुर
क्रिसमस डे पर मदर इंडिया ग्लोबल स्कूल में विंटर कार्निवल का आयोजन किया गया. जिसमें छोटे-छोटे बच्चों ने किसमिस-डे पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. दूरदराज से पहुंचे लोगों और उधमसिंह नगर जिले के जिलाधिकारी नीरज खैरवाल ने भी कार्यक्रम में शिरकत की.

अल्मोड़ा/नैनीताल/मसूरी/गदरपुरः पूरे देश और विश्वभर में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी प्रभु यीशु का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस दौरान विशेष प्रार्थना की गई. जिसमें ईसाई समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और विभिन्न चर्चों में पहुंचकर क्रिसमस की बधाई दी. वहीं, अल्मोडा, नैनीताल, मसूरी समेत कई जगहों पर सुबह से चर्चों में भीड़ उमड़ी रही.

अल्मोड़ा में भी क्रिसमस की धूम रही. नगर के ऐतिहासिक बडन मैमोरियल चर्च में प्रभु यीशु मसीह के जन्म दिवस पर विशेष प्रार्थना की गई. शहर के बीचोंबीच ब्रिटिश काल में बना बडन मेमोरियल चर्च 119 साल पुराना है. अल्मोड़ा मिशन के पादरी रहे रेवरन जेएच बडन की याद में उनके परिवारजनों ने उन्नीसवीं शताब्दी में इस चर्च का निर्माण कराया था.

उत्तराखंड में क्रिसमस की धूम.

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यह चर्च दो मार्च 1897 को बनकर तैयार हुआ था. ऐतिहासिक और बेजोड़ वास्तुकला के कारण बडन मेमोरियल चर्च आज भी शहर की शान और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. चालीस मीटर लंबे और तीस मीटर ऊंचे चर्च की खासियत यह है कि इसमें तीन सौ से ज्यादा लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं.

नैनीताल
सरोवर नगरी नैनीताल एक बार फिर क्रिसमस के त्योहार पर पर्यटकों की आमद से गुलजार रही. नगर के सभी चर्चों और कैपलों को खूबसूरत तरीके से सजाया गया. नैनीताल पहुंचे पर्यटकों ने भी क्रिसमस के त्योहार को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया. इस दौरान विभिन्न होटल व्यवसायियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ क्रिसमस की झांकियां निकाली.

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पर्यटकों का कहना है कि वे हर साल क्रिसमस के त्योहार को मनाने के लिए यहां पहुंचते हैं. उन्हें नैनीताल पहुंचकर बेहद सुकून मिलता है. यही कारण है कि वे हर साल क्रिसमस के मौके पर नैनीताल आना नहीं भूलते हैं.

मसूरी
पहाड़ों की रानी मसूरी में भी क्रिसमस का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. इस मौके पर गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. ईसाई समुदाय के लोगों ने अन्य समुदाय के लोगों के साथ मिलकर केक काटकर और एक-दूसरे को खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया.

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गदरपुर
क्रिसमस डे पर मदर इंडिया ग्लोबल स्कूल में विंटर कार्निवल का आयोजन किया गया. जिसमें छोटे-छोटे बच्चों ने किसमिस-डे पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. दूरदराज से पहुंचे लोगों और उधमसिंह नगर जिले के जिलाधिकारी नीरज खैरवाल ने भी कार्यक्रम में शिरकत की.

Intro:

अल्मोडा में क्रिसमस पर्व बडी धूम धाम के साथ मनाया गया। नगर के ऐतिहासिक बडन मैमोरियल चर्च में प्रभू यीशू मसीह के जन्म दिवस पर विशेष प्रार्थना की गयी। जिसमें ईसाई समुदाय के लोगों ने बडचढ कर भागीदारी की। वहीं अन्य धर्म के लोगों ने भी चर्च में पहुचकर ईसाई समुदाय के लोगों को क्रिसमस पर्व की बधाई दी। इस मौके पर चर्च को भव्य रूप से सजाया गया।
Body:क्रिसमस डे के मौके पर सुबह से ही बडन मैमोरियल चर्च में लोगो का जमावड़ा लगा रहा। इस मौके पर ईसाई समुदाय के लोगो ने कहा कि आज के दिन का उन्हें विशेष इंतजार रहता है। जिसके लिए वह एक महीने पहले से तैयारियां करते हैं।

शहर के बीचों बीच ब्रिटिश काल में बना बडन मेमोरियल चर्च 119 वर्ष पुराना है। अल्मोड़ा मिशन के पादरी रहे रेवरन जेएच बडन की याद में उनके परिवारजनों ने उन्नीसवीं शताब्दी में इस चर्च का निर्माण कराया था। यह चर्च दो मार्च 1897 को बनकर तैयार हुआ। ऐतिहासिक और बेजोड़ वास्तुकला के कारण बडन मेमोरियल चर्च आज भी शहर की शान में खड़ा है और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। चालीस मीटर लंबे और तीस मीटर ऊंचे चर्च की खासियत यह है कि इसमें तीन सौ से अधिक लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं।

यह चर्च मैथोडिस्ट चर्च आफ इंडिया से संबद्ध और नार्थ इंडिया रिजन कांफ्रेंस बरेली से संचालित है। इस चर्च से शहर का आधा भाग दिखाई देता है। बीच में छोटा मैदान और बैठने की जगह होने के कारण अक्सर पर्यटक यहां पहुंचते हैं। इन दिनों सुबह और सायं के समय प्रार्थना के लिए भी काफी भीड़ जुट रही है।

बाइट 1 राहुल एन पंत, चर्च सदस्य (क्रमशः)
बाइट 2 राविंशन दास, पादरी
बाइट 3 विल्सन, स्थानीय Conclusion:
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