सोमेश्वरः बनौड़ा गांव में स्थित छुरमल देवता के प्राचीन मंदिर में बैसी पूजन हवन और भंडारे के साथ संपन्न हो गया है. अंतिम दिन हरज्यू की धूणी में देवी-देवताओं का आह्वान किया गया और गांव के हर घर के द्वार में भी देवताओं का पूजन किया गया. वहीं, भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया.
मनसा घाटी के बनौड़ा गांव के छुरमल देवता के मंदिर में बैसी पूजन के अंतिम दिन श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा. इस दौरान पश्वों पर गोलज्यू, छुरमल देवता, नागीमल, कटारीमल, भागीमल, एमलदाड़ो, जैमलदाड़ो देवता अवतरित हुए. बैसी के पुरोहित केवलानंद जोशी ने विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की. जबकि, बैसी पूजन में धर्मदास गिरीश राम ने 11 दिनों तक सुबह-शाम जागर लगाई. जहां पर देवताओं ने धूणी में अवतरित होकर ग्रामीणों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दिया.
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बैसी के दौरान देव-डंगरियों ने कंसर देवता मंदिर के दर्शन किए और पूरे गांव में घर-घर जाकर ग्रामीणों की भभूती लगाई. वहीं, विधायक प्रतिनिधि भुवन जोशी भी बनोड़ा के छुरमल मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने धर्मशाला निर्माण और एक सौर ऊर्जा विधायक निधि से लगाने की बात कही. आयोजन में मनसा घाटी के बनौड़ा, चौड़ा, ककड़ाई, ढुमुड़ गांव, फलयाटी, डिगरा, भैंसड़ गांव और सतरासी अरड़ीया आदि गांवों के लोगों ने शिरकत की.