अल्मोड़ा: नगर क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है. जिसमें शिरकत करने पहुंचे नगरीय विकास परिषद के उपाध्यक्ष प्रकाश हर्बोला ने कहा, कि आज के समय मे कूड़ा आय का साधन बन रहा है. लेकिन अल्मोड़ा में कूड़ा लंबे समय से समस्या बना हुआ है. नगर में कूड़े का सही से निस्तारण नही हो पा रहा है.
प्रकाश हर्बोला ने कहा कि जिसके कारण ऐतिहासिक नगरी में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. जबकि नगर पालिका के पास मानकों से ज्यादा स्टाफ है. फिर भी शहर में उचित ढंग से साफ-सफाई नहीं हो पा रही है. जिसके चलते उन्होंने नगर पालिका को नोटिस जारी कर 10 दिनों में जवाब मांग है. अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अल्मोड़ा पहुंचे नगरीय पर्यावरण संरक्षण परिषद के उपाध्यक्ष प्रकाश हर्बोला ने बताया कि, देवभूमि उत्तराखण्ड पूरे विश्व में अपने प्राकृतिक सौन्दर्य एवं स्वच्छ पर्यावरण के लिए जाना जाता है. सैलानी यहां स्वच्छ जलवायु के लिए आते है. लेकिन अनियंत्रित दोहन कर पर्यावरण को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है. नतीजतन प्रदेश भी महानगरों की तरह प्रदूषित हो रहा है.
ये भी पढ़ें: अल्मोड़ा: दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में 3 लोगों की मौत
जिस पर प्रदेश सरकार द्वारा कठोर निर्णय लिए गए हैं. जिससे किसी प्रकार का प्रदूषण करने वाली इकाईयों चाहे वह जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण या भूमि प्रदूषण कर रही हो, उन्हें पर्यावरण को सुरक्षित रखने के सभी मानको का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा. अन्यथा इन सभी इकाईयों का निरीक्षण कर जुर्माने से लेकर, इकाईयों को सील करने तक की कार्रवाई की जायेगी.