अल्मोड़ा: कांग्रेस ने अल्मोड़ा लोकसभा सीट से प्रदीप टम्टा को प्रत्याशी बनाया है. जिसके बाद इस लोकसभा सीट से बीजेपी के अजय टम्टा और कांग्रेस प्रदीप टम्टा आमने-सामने है. कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा केंद्र की मोदी सरकार की नाकामियों और क्षेत्रीय की समस्याओं को मुद्दा बनाकर चुनावी मैदान में उतरे हैं. जिससे ये चुनावी रण और भी रोचक हो गया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार प्रदीप टम्टा का जन्म 16 जून 1958 को बागेश्वर जिले के लूब गांव में गुसाई राम के घर में हुआ था. प्रदीप टम्टा छात्र जीवन से ही राजनीति की शुरुआत की थी. प्रदीप टम्टा कुमाऊं यूनिवर्सिटी अल्मोड़ा के छात्र संघ अध्यक्ष रहे. उसके बाद को चिपको आंदोलन, नशा नहीं रोजगार दो समेत तमाम आंदोलनों में अपनी भूमिका निभाई.
प्रदीप टम्टा साल 2002 में सोमेश्वर से विधायक चुने गए. वहीं, साल 2003 से 2004 तक वे उत्तराखंड उद्योग परिषद के उपनिदेशक रहे. 2007 में प्रदीप टम्टा फिर से विधानसभा का चुनाव लड़े लेकिन हार गए. 2009 में वे 15वीं लोकसभा के सदस्य के तौर पर वे अल्मोड़ा लोकसभा सीट से चुने गए. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी अजय टम्टा को शिकस्त दी थी.
साल 2014 में प्रदीप टम्टा अल्मोड़ा लोकसभा सीट फिर चुनाव लड़े और उन्हें बीजेपी प्रत्याशी अजय टम्टा के हाथों हार का सामना करना पड़ा. जिसके बाद 5 जुलाई 2016 में उन्हें उत्तराखंड से राज्यसभा का सदस्य चुना गया. प्रदीप टम्टा प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और विज्ञान और तकनीकी समिति के सदस्य भी रहे है.