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अब चीन-नेपाल बॉर्डर पर भी बजेगी मोबाइल की घंटी, अपनों से बात करने के लिए नहीं पड़ेगा भटकना!

Mobile Tower in Uttarakhand उत्तराखंड के कई गांवों में आज तक फोन की घंटी नहीं बजी है. खासकर सीमांत गांवों में तो नेटवर्क ढूंढे नहीं मिलता है. यहां फोन सिर्फ गाना सुनने और फोटो खिंचाने का काम आता है, लेकिन अब इन डार्क विलेजों में भी फोन घनघनाएंगे. इसके लिए बीएसएनएल भारत के चीन और नेपाल बॉर्डर के इलाकों से लेकर विभिन्न गांवों में 28 मोबाइल टावर लगाने जा रहा है. हालांकि, इनमें से 3 टावर पिथौरागढ़ में अस्थाई तौर पर लगाए गए थे. जिन्हें अब स्थाई कर दिया जाएगा. Uttarakhand Mobile Network

Mobile Tower in Uttarakhand
मोबाइल टावर
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 19, 2023, 5:59 PM IST

Updated : Oct 19, 2023, 7:59 PM IST

अब चीन-नेपाल बॉर्डर पर भी बजेगी मोबाइल की घंटी

अल्मोड़ाः चीन और नेपाल बॉर्डर के गांवों में जल्द ही मोबाइल फोन घनघनाएंगे. इसके लिए भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल करीब 28 स्थानों पर मोबाइल टावर लगाने जा रहा है. बीते दिनों जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुमाऊं दौरे पर आए थे, तब बीएसएनएल ने कनेक्टिविटी देने के लिए वहां पर 3 अस्थाई मोबाइल टावर लगाए थे, जिन्हें अब स्थाई कर दिया गया है. इनके अलावा 25 टावर और लगाए जाएंगे. जिसका लाभ सीमांत क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों समेत बीओपी यानी बॉर्डर आउट पोस्ट पर तैनात सैनिकों को मिलेगा.

Mobile Tower in almora
बीएसएनएल का टावर

बता दें कि आजादी के सात दशकों के बाद भी भारत के चीन और नेपाल सीमा संचार सुविधा से वंचित हैं, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद यहां भारत संचार निगम लिमिटेड 4जी मोबाइल सेवा शुरू करने जा रहा है. चीन की सीमा से लगे ज्योलिकांग से कुछ दूरी पर भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) भारत की विल्सा बीओपी को मोबाइल सेवा से जोड़ेगा.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में 5G को लेकर चुनौतियां कम नहीं, आज भी कई गांवों में नहीं है मोबाइल नेटवर्क

अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम चौकियों में लगाए जाएंगे 25 टावरः इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम चौकियों के लिए 25 मोबाइल टावर अलग-अलग जगह स्थापित किए जाएंगे. इनसे क्षेत्र के कुटी, नाभीढांग, बूंदी, छियालेख, मिलम, बुगडियार, मिलम, बुंग गांव में संचार सुविधा मिल सकेगी. जिसकी तैयारी में बीएसएनएल जुट गया है. इस संचार सुविधा का लाभ सीमा पर तैनात आईटीबीपी, सेना, एसएसबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों समेत वहां जाने वाले पर्यटकों को भी मिल सकेगा.

Mobile Tower in almora
अल्मोड़ा बीएसएनएल डीजीएम एनके सागर

वहीं, नेपाल सीमा से सटी एसएसबी की बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) भी संचार सुविधा से जुड़ेंगी. अल्मोड़ा बीएसएनएल डीजीएम एनके सागर ने बताया कि बॉर्डर आउट पोस्ट पिथौरागढ़ में 25 टावर और लगाए जा रहे हैं. इससे पहले ज्योलिकांग और गुंजी में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान 3 टावर लगाए गए थे. इन्हें मिलाकर डिफेंस स्टाफ के लिए कुल 28 टावर लगाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः दुनिया से जुड़ेंगे नेलांग और जादूंग गांव, जल्द शुरू होगी BSNL की मोबाइल टावर सेवा

पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा में लगाए जाएंगे 182 टावरः इनसे बॉर्डर आउट पोस्ट में तैनात सैनिकों को मोबाइल की अच्छी स्पीड कनेक्टिविटी के साथ डाटा कनेक्टिविटी मिलेगी. इसके अलावा अल्मोड़ा डिवीजन के चार जिलों में 182 टावर लगाए जा रहे हैं. जिनमें 74 पिथौरागढ़, 28 चंपावत, 51 बागेश्वर और 29 अल्मोड़ा में लगाए जाएंगे. माना जा रहा है कि अगर टावर लगने के बाद इंटरनेट की सुविधा मिलेगी तो यहां के लोग भी दुनिया से जुड़ सकेंगे.

अब चीन-नेपाल बॉर्डर पर भी बजेगी मोबाइल की घंटी

अल्मोड़ाः चीन और नेपाल बॉर्डर के गांवों में जल्द ही मोबाइल फोन घनघनाएंगे. इसके लिए भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल करीब 28 स्थानों पर मोबाइल टावर लगाने जा रहा है. बीते दिनों जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुमाऊं दौरे पर आए थे, तब बीएसएनएल ने कनेक्टिविटी देने के लिए वहां पर 3 अस्थाई मोबाइल टावर लगाए थे, जिन्हें अब स्थाई कर दिया गया है. इनके अलावा 25 टावर और लगाए जाएंगे. जिसका लाभ सीमांत क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों समेत बीओपी यानी बॉर्डर आउट पोस्ट पर तैनात सैनिकों को मिलेगा.

Mobile Tower in almora
बीएसएनएल का टावर

बता दें कि आजादी के सात दशकों के बाद भी भारत के चीन और नेपाल सीमा संचार सुविधा से वंचित हैं, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद यहां भारत संचार निगम लिमिटेड 4जी मोबाइल सेवा शुरू करने जा रहा है. चीन की सीमा से लगे ज्योलिकांग से कुछ दूरी पर भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) भारत की विल्सा बीओपी को मोबाइल सेवा से जोड़ेगा.
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अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम चौकियों में लगाए जाएंगे 25 टावरः इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम चौकियों के लिए 25 मोबाइल टावर अलग-अलग जगह स्थापित किए जाएंगे. इनसे क्षेत्र के कुटी, नाभीढांग, बूंदी, छियालेख, मिलम, बुगडियार, मिलम, बुंग गांव में संचार सुविधा मिल सकेगी. जिसकी तैयारी में बीएसएनएल जुट गया है. इस संचार सुविधा का लाभ सीमा पर तैनात आईटीबीपी, सेना, एसएसबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों समेत वहां जाने वाले पर्यटकों को भी मिल सकेगा.

Mobile Tower in almora
अल्मोड़ा बीएसएनएल डीजीएम एनके सागर

वहीं, नेपाल सीमा से सटी एसएसबी की बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) भी संचार सुविधा से जुड़ेंगी. अल्मोड़ा बीएसएनएल डीजीएम एनके सागर ने बताया कि बॉर्डर आउट पोस्ट पिथौरागढ़ में 25 टावर और लगाए जा रहे हैं. इससे पहले ज्योलिकांग और गुंजी में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान 3 टावर लगाए गए थे. इन्हें मिलाकर डिफेंस स्टाफ के लिए कुल 28 टावर लगाए जा रहे हैं.
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पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा में लगाए जाएंगे 182 टावरः इनसे बॉर्डर आउट पोस्ट में तैनात सैनिकों को मोबाइल की अच्छी स्पीड कनेक्टिविटी के साथ डाटा कनेक्टिविटी मिलेगी. इसके अलावा अल्मोड़ा डिवीजन के चार जिलों में 182 टावर लगाए जा रहे हैं. जिनमें 74 पिथौरागढ़, 28 चंपावत, 51 बागेश्वर और 29 अल्मोड़ा में लगाए जाएंगे. माना जा रहा है कि अगर टावर लगने के बाद इंटरनेट की सुविधा मिलेगी तो यहां के लोग भी दुनिया से जुड़ सकेंगे.

Last Updated : Oct 19, 2023, 7:59 PM IST
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