रानीखेत: सेना के सोमनाथ मैदान में कुमाऊं और नागा रेजीमेंट के शपथ ग्रहण समारोह में देश की आन, बान और शान की रक्षा का संकल्प लेकर कठिन प्रशिक्षण के बाद 151 जांबाज विधिवत भारतीय सेना का अभिन्न अंग बन गए हैं. प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 6 जवानों को मेडल देकर सम्मानित किया गया.
मुख्य अतिथि कर्नल के के मिश्रा ने कसम परेड की सलामी ली. कसम परेड के दौरान नव प्रशिक्षित जवानों की टुकड़ियों को सेना के धर्म गुरू ने राष्ट्र ध्वज व धर्मग्रंथों को साक्षी मानकर देश सेवा की शपथ दिलाई. इस मौके पर मुख्य अतिथि ट्रेनिंग बटालियन कमांडर ने कहा कि सैनिक का जीवन तपस्या से कम नहीं है. देश की सीमाओं की रक्षा के लिए यदि सर्वोच्च बलिदान भी देना पड़े तो पीछे नहीं हटना चाहिए.
पढ़े- दिवंगत अभिनेता इरफान खान को पर्यावरण से था खास लगाव, परिवार के साथ पौधे लगाकर यहां संजोई थी खुशियां
उन्होंने कहा नव प्रशिक्षित जवानों ने सेना में शामिल होकर सर्वश्रेष्ठ निर्णय लिया है. साथ ही उन्होंने कुमाऊं और नागा रेजीमेंट के गौरवशाली इतिहास का भी जिक्र किया. कसम परेड के दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल अमित ढाका, लेफ्टिनेंट कर्नल मधुर थापा, मेजर डीपी सिंह, मेजर सुमुख एमएस, सूबेदार मेजर लक्ष्मण सिंह, सूबेदार तारा सिंह मौजूद रहे.