नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह एक मैच में 5 नो-बॉल फेंकर सुर्खियों में बने हुए हैं. एक ही मैच में 5 नो-बॉल फेंकने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं. भारत के इस युवा गेंदबाज की खामी का फायदा उठाकर श्रीलंका टीम ने धुआंधार शुरुआत की थी और इस गेंदबाज को अपने 2 ओवरों में 37 रन देने के लिए मजबूर किया है. इसी के चलते भारत में 207 रनों का पीछा करते हुए 16 रनों से हार गया.
जसवंत राय की टिप्पणी
इस पूरे घटनाक्रम पर अर्शदीप सिंह के बचपन के क्रिकेट कोच जसवंत राय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अभ्यास की कमी के कारण अर्शदीप से यह गलती हुई है. वह खुद जल्दी ही इस मामले में उनसे मुलाकात करके इस कमी को दूर करने की कोशिश करेंगे. जसवंत राय ने कहा कि प्रदीप सिंह को अपने कदमों पर ध्यान देने की जरूरत है और उसकी लय बनाए रखने के लिए नियमित अभ्यास करना होगा.
अपने दूसरे T20 इंटरनेशनल मैच में वह पूरी तरह से लय में नहीं दिखे. ऐसा लगता है कि नियमित अभ्यास में कमी के कारण अधिक नो बाल फेंकने पर मजबूर हो गए. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अर्शदीप सिंह जल्दी ही इस कमी को सुधार लेंगे.
ऐसी गलती करतें हैं गेंदबाज
जसवंत राय ने उनकी गेंदबाजी का आकलन करते हुए कहा कि तेज गेंदबाजी में नो-बॉल फेंकना उनके रन-अप और अभ्यास पर निर्भर करता है. गेंदबाजों को इसे गंभीरता पूर्वक जांचने और समझने की जरूरत होती रहती है. गेंदबाजों को नो-बॉल फेंकने से बचने के लिए रन-अप में सुधार करना होता है. जब एक बार अपने रन अप को तैयार होता है तो वह कभी-कभी वह अपना ध्यान खो देता है और इसी वजह से वह नो-बॉल फेंकता है. ऐसे में उसकी गेंदबाजी में एकरूपता नहीं दिखायी देती है. एक गेंदबाज को नो-बॉल से बचने के लिए गेंदबाजी के मामले में बहुत अधिक अभ्यास करने की आवश्यकता होती है. उसे गेंदबाजी करने से पहले अपने अपने रन-अप को ठीक तरीके से मापना होता है और उसके लिए एक लय बनाये रखनी होती है. इतना ही नहीं एक गेंदबाज को अक्सर इस बात को मापते रहना चाहिए कि वह गेंदबाजी के दौरान कहीं ओवर स्टेप तो नहीं कर रहा है.
यह है अर्शदीप की समस्या
प्रसिद्ध कोच जसवंत राय ने यह भी कहा कि अर्शदीप सिंह वास्तव में तिरछे दौड़ते हैं और अपना फॉलो थ्रू कंप्लीट करने के लिए डेंजर जोन में चले जाते हैं. उनको तिरछे दौड़ने की समस्या से निजात पाना होगा. बार-बार डेंजर जोन में जाना भी उनके लिए काफी खतरनाक है. उन्होंने आईपीएल मैचों के दौरान ऐसा कई मौके पर किया भी था.
अर्शदीप के बचपन के कोच जसवंत राय ने कहा कि एक तेज गेंदबाज को गेंदबाजी करते समय अपने रन-अप, स्टेप्स, स्पीड, लाइन, लेंथ और लय पर ध्यान देने की जरूरत होती है. यह कठिन है और इसमें समय लगता है, लेकिन अनुभव के साथ आप इसके अभ्यस्त हो जाते हैं.
राय चाहते हैं कि 23 वर्षीय जहीर खान और कपिल देव की तरह रन-अप करें, जो न केवल इस मामले में निर्दोष थे, बल्कि काफी प्रभावशाली भी थे. अर्शदीप के पास ज़हीर (खान) और कपिल देव की तरह रन-अप होना चाहिए. वह तभी गलतियों के बिना प्रभावशाली गेंदबाजी कर पाएंगे.