ETV Bharat / international

Sudan 413 people died: सूडान में सत्ता संघर्ष जारी, 413 लोगों की मौत, WHO ने जताई चिंता

सूडान में सत्ता को लेकर जारी संघर्ष में सबसे अधिक नुकसान बच्चों को उठाना पड़ रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस संकट को लेकर चिंता जाहिर की है.

413 people have died in Sudan fighting so far: WHO
सूडान में सत्ता संघर्ष जारी, 413 लोगों की मौत, डब्ल्यूएचओ ने जतायी चिंता
author img

By

Published : Apr 24, 2023, 8:18 AM IST

Updated : Apr 24, 2023, 8:49 AM IST

जेनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि वर्तमान सूडान संघर्ष में 413 लोग मारे गए हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र के बच्चों की एजेंसी ने कहा कि बच्चों को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है. इस हिंसा में 50 से अधिक लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं जबकि कई बच्चों की मौत हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा कि सूडान में सरकार के आंकड़ों के अनुसार इस संघर्ष में 413 लोगों की मौत हुई है और 3,551 लोग घायल हुए हैं.

यहां संघर्ष सत्ता को लेकर है. सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष जारी है. दोनों एक दूसरे पर हावी होना चाहते हैं. प्रवक्ता ने कहा कि 15 अप्रैल के बाद से 11 स्वास्थ्य सुविधाओं पर हमले हुए हैं. जबकि सूडान सरकार के अनुसार 20 स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर से सेवा बंद कर दी गई है. वहीं, 12 अन्य स्वास्थ्य सेवा केंद्र बंद होने के कगार पर है.

उसी संवाददाता सम्मेलन में यूनिसेफ के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने कहा, 'स्पष्ट रूप से, हमेशा की तरह, लड़ाई बच्चों पर विनाशकारी प्रभाव डालती है. उन्होंने कहा, 'अब हमारे पास कम से कम नौ बच्चों के मारे जाने और कम से कम 50 के घायल होने की खबर है. जब तक लड़ाई जारी रहेगी, यह संख्या बढ़ती रहेगी.' एल्डर ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं और बिजली तक उनकी पहुंच नहीं है. वे भोजन, पानी और दवाओं के लिए बाहर निकलने से डरते हैं. उन्होंने कहा, 'हमारी गंभीर चिंताओं में से एक अस्पतालों के आसपास की आग है.'

एल्डर ने कहा कि सूडान में पहले से ही बच्चों में दुनिया की सबसे अधिक कुपोषण दर है. अब हमारे पास ऐसी स्थिति है जहां लगभग 50,000 बच्चों के लिए महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सहायता जोखिम में है.' एल्डर ने कहा कि बिजली की आपूर्ति में रुकावट और ईंधन के साथ जनरेटर को बहाल करने में असमर्थता के कारण इस लड़ाई से सूडान में 'कोल्ड चेन' को भी खतरा है, जिसमें 40 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक मूल्य के टीके और इंसुलिन शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- Sudan Clashes : सूडान में फंसे भारतीयों के चिंतित परिजनों की सरकार से अपील

यूनिसेफ के पास स्कूलों और देखभाल केंद्रों में शरण लेने वाले बच्चों की भी रिपोर्ट है. वहीं, इसके आसपास लड़ाई जारी है जिससे बच्चों के अस्पतालों को खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. एल्डर ने कहा कि सूडान में हिंसा में वृद्धि से पहले, देश में बच्चों की मानवीय ज़रूरतें बहुत अधिक थीं, तीन-चौथाई बच्चों के अत्यधिक गरीबी में रहने का अनुमान था. उसी समय, 11.5 मिलियन बच्चों और समुदाय के सदस्यों को आपातकालीन जल और स्वच्छता सेवाओं की आवश्यकता थी, 7 मिलियन बच्चे स्कूल से बाहर थे, और 600,000 से अधिक बच्चे गंभीर तीव्र कुपोषण से पीड़ित थे.

(एएनआई)

जेनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि वर्तमान सूडान संघर्ष में 413 लोग मारे गए हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र के बच्चों की एजेंसी ने कहा कि बच्चों को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है. इस हिंसा में 50 से अधिक लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं जबकि कई बच्चों की मौत हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा कि सूडान में सरकार के आंकड़ों के अनुसार इस संघर्ष में 413 लोगों की मौत हुई है और 3,551 लोग घायल हुए हैं.

यहां संघर्ष सत्ता को लेकर है. सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष जारी है. दोनों एक दूसरे पर हावी होना चाहते हैं. प्रवक्ता ने कहा कि 15 अप्रैल के बाद से 11 स्वास्थ्य सुविधाओं पर हमले हुए हैं. जबकि सूडान सरकार के अनुसार 20 स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर से सेवा बंद कर दी गई है. वहीं, 12 अन्य स्वास्थ्य सेवा केंद्र बंद होने के कगार पर है.

उसी संवाददाता सम्मेलन में यूनिसेफ के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने कहा, 'स्पष्ट रूप से, हमेशा की तरह, लड़ाई बच्चों पर विनाशकारी प्रभाव डालती है. उन्होंने कहा, 'अब हमारे पास कम से कम नौ बच्चों के मारे जाने और कम से कम 50 के घायल होने की खबर है. जब तक लड़ाई जारी रहेगी, यह संख्या बढ़ती रहेगी.' एल्डर ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं और बिजली तक उनकी पहुंच नहीं है. वे भोजन, पानी और दवाओं के लिए बाहर निकलने से डरते हैं. उन्होंने कहा, 'हमारी गंभीर चिंताओं में से एक अस्पतालों के आसपास की आग है.'

एल्डर ने कहा कि सूडान में पहले से ही बच्चों में दुनिया की सबसे अधिक कुपोषण दर है. अब हमारे पास ऐसी स्थिति है जहां लगभग 50,000 बच्चों के लिए महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सहायता जोखिम में है.' एल्डर ने कहा कि बिजली की आपूर्ति में रुकावट और ईंधन के साथ जनरेटर को बहाल करने में असमर्थता के कारण इस लड़ाई से सूडान में 'कोल्ड चेन' को भी खतरा है, जिसमें 40 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक मूल्य के टीके और इंसुलिन शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- Sudan Clashes : सूडान में फंसे भारतीयों के चिंतित परिजनों की सरकार से अपील

यूनिसेफ के पास स्कूलों और देखभाल केंद्रों में शरण लेने वाले बच्चों की भी रिपोर्ट है. वहीं, इसके आसपास लड़ाई जारी है जिससे बच्चों के अस्पतालों को खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. एल्डर ने कहा कि सूडान में हिंसा में वृद्धि से पहले, देश में बच्चों की मानवीय ज़रूरतें बहुत अधिक थीं, तीन-चौथाई बच्चों के अत्यधिक गरीबी में रहने का अनुमान था. उसी समय, 11.5 मिलियन बच्चों और समुदाय के सदस्यों को आपातकालीन जल और स्वच्छता सेवाओं की आवश्यकता थी, 7 मिलियन बच्चे स्कूल से बाहर थे, और 600,000 से अधिक बच्चे गंभीर तीव्र कुपोषण से पीड़ित थे.

(एएनआई)

Last Updated : Apr 24, 2023, 8:49 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.